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गोरे हुए मिट्टी की कुश्ती के दीवाने, अब विश्वभर में होंगे मिट्टी की कुश्ती के मुकाबले

मिट्टी की कुश्ती के इतनी दीवाने हो गए हैं कि इंडियन स्टाइल कुश्ती फेडरेशन को मान्यता देते हुए इसे अब अगले वर्ष से विश्व के कोने-कोने में मिट्टी की कुश्ती के मुकाबले करवाए जाएंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 02:17 PM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 02:17 PM (IST)
गोरे हुए मिट्टी की कुश्ती के दीवाने, अब विश्वभर में होंगे मिट्टी की कुश्ती के मुकाबले
गोरे हुए मिट्टी की कुश्ती के दीवाने, अब विश्वभर में होंगे मिट्टी की कुश्ती के मुकाबले

विकास अबरोल, जम्मू। महाभारत काल से प्रसिद्ध मिट्टी की कुश्ती के अब गोरे भी दीवाने हो चुके हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि युनाइटेड वलर्ड रेसलिंग फेडरेशन (यूडब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के बैनर तले अब विश्व भर में मिट्टी की कुश्ती के मुकाबले होंगे। इसमें जल्द ही भारतीय पहलवान गोरे पहलवानों को कड़ी टक्कर देते नजर आएंगे।

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युनाइटेड वलर्ड रेसलिंग फेडरेशन की अध्यक्ष रोडिका मारिया याकसी ने भारत के गौरव शाली इतिहास की परंपरा का अंग संग रहने वाली मिट्टी की कुश्ती का हवाला देते हुए कहा कि वह इस खेल की इतनी दीवानी हो गई हैं कि उन्होंने इंडियन स्टाइल कुश्ती फेडरेशन को मान्यता देते हुए इसे अब अगले वर्ष से विश्व के कोने-कोने में मिट्टी (इंडियन स्टाइल) की कुश्ती के मुकाबले करवाए जाएंगे। इसमें भाग लेने के लिए विशेष तौर से भारतीय पहलवानों को आमंत्रित किया जाएगा जिनका इस खेल में कोई भी सानी नहीं है।

रोडिका ने जेएंडके इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन द्वारा कटड़ा में नवरात्र के पावन अवसर पर पिछले 14 वर्षों से आयोजित किए जाने वाले मिशन दोस्ती दंगल प्रतियोगिता के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए इंडियन स्टाइल रेसलिंग फेडरेशन काफी योगदान दे रही है। हजारों पहलवान इस खेल से जुड़े हैं। यही वजह है कि इसकी बढ़ती लोकप्रियता और भारत की संस्कृति के गौरवशाली इतिहास को जानने के बाद उन्होंने अब मिट्टी की कुश्ती को विश्व भर में लोकप्रिय बनाने का बीड़ा उठाया है। इसी उद्देश्य से इंडियन स्टाइल कुश्ती वलर्ड फेडरेशन का गठन किया गया है। विश्वभर के पहलवानों और तकनीकी अधिकारियों के लिए सबसे पहले इस खेल के नियमों के प्रति अवगत करवाने के लिए सेमीनार आयोजित किए जाएंगे। इसमें इंडियन फेडरेशन का सहयोग लिया जाएगा।

रोडिका ने कटड़ा में 16 अक्टूबर को आयोजित होने वाले 14वें मिशन दोस्ती दंगल प्रतियोगिता के लिए इंडियन स्टाइल कुश्ती फेडरेशन और स्थानीय एसोसिएशन को शुभकामनाएं दी हैं। इस प्रतियोगिता में मेजबान भारत सहित रुस, युक्रेन, जार्जिया और बेलारूस से पहलवान भाग ले रहे हैं।

इंडियन स्टाइल कुश्ती वलर्ड फेडरेशन का गठन

युनाइटेड वलर्ड रेसलिंग फेडरेशन ने इंडियन स्टाइल कुश्ती वलर्ड फेडरेशन का गठन किया है।द्रौणाचार्य अवार्ड से सम्मानित रोशन लाल को फेडरेशन का चेयरमैन बनाया गया। एशियन चैंपियन राम आश्रय यादव को प्रधान और गौरव सचदेवा को महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब भविष्य में भारत में इंडियन स्टाइल कुश्ती वलर्ड फेडरेशन के बैनर तले हिंद केसरी, भारत केसरी, रुस्तम ए हिन्द और भारत भीम कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

मिशन दोस्ती कुश्ती लड़ने पहुंचे रूस, जार्जिया के पहलवान

इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन के बैनर तले कटड़ा स्टेडियम में चल रही 14वीं मिशन दोस्ती अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में देशी पहलवान विदेशों से आने वाले पहलवानों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। एक दिवीसय प्रतियोगिता में युक्रेन, बेलारूस, जार्जिया और रुस से पांच विदेशी पहलवान भी भाग ले रहे हैं। इन पहलवानों का देशी पहलवानों के साथ मुकाबले दोपहर बाद शुरू होंगे। कुश्ती में जम्मू-कश्मीर के अलावा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, महाराष्ट्र सहित राज्य के नामचीन पहलवान भाग ले रहे हैं। दंगल में पहली माली 1.25 लाख रुपये की होगी। विजेता को इनाम सहित चांदी का गुर्ज भी देकर सम्मानित किया जाएगा। दूसरी और तीसरी माली की इनाम राशि 1,01,000 लाख रुपये की होगी। इस दौरान हरियाणा और दिल्ली से आई महिला पहलवानों ने भी लाखों के दर्शकों के बीच अपना दमखम दिखाया।

पाकिस्तान के पहलवान नहीं ले रहे भाग 

मिशन दोस्ती कुश्ती में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पाकिस्तान के पहलवान भाग नहीं ले पाए। वर्ष 2010 तक हर वर्ष पाकिस्तान के पहलवान कुश्ती में भाग लेते थे लेकिन उसके बाद दोनों देशों के बीच बने तनाव के कारण पाकिस्तान ने अपने पहलवानों को भारत जाने के लिए वीजा देने से इंकार कर दिया। शिव कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार भी ऐसा ही हुआ है। पाकिस्तान के पहलवानों को कुश्ती में भाग लेने के लिए संदेश भेजा गया था लेकिन पाकिस्तान दूतावास ने अपने ही पहलवानों को भारत आने का वीजा नहीं दिया। इससे पाकिस्तान के पहलवान भी निराश हैं।


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