Katra-Banihal Rail Link: रियासी में पुल नंबर 39 में फाउंडेशन लगाने का काम पूरा, पुल पर बनेगा यार्ड और प्लेटफार्म
दो लाइनों और प्लेटमार्मों वाला रियासी स्टेशन का यार्ड इसी पुल पर बनेगा जो इंजीनियरिंग का चमत्कार होगा। महाप्रबंधन ने बताया कि पुल के निर्माण पर लगभग 7 हजार मिलियन टन रि-इन्फोर्समेंट स्टील और 6700 मिलियन टन स्ट्रक्चरल स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
जम्मू, दिनेश महाजन। कश्मीर घाटी तक रेल पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे अपनी पूरी ताकत झोंके हुए है। इसी कड़ी ने भारतीय रेलवे ने रियासी में बन रहे पुल नंबर 39 में गार्डर (फाउंडेशन) लगाने का काम पूरा कर लिया है।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि कटड़ा-रियासी के बीच पुल नंबर 39 स्थित है। दो लाइनों और प्लेटमार्मों वाला रियासी स्टेशन का यार्ड इसी पुल पर बनेगा जो इंजीनियरिंग का चमत्कार होगा। महाप्रबंधन ने बताया कि पुल के निर्माण पर लगभग 7 हजार मिलियन टन रि-इन्फोर्समेंट स्टील और 6700 मिलियन टन स्ट्रक्चरल स्टील का इस्तेमाल किया गया है। कटड़ा-रियासी के बीच मेगा पुल नंबर 39 के गर्डर लगाने का काम पूरा हो गया है। पुल की फाउंडेशन खड़ी होने से इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि यानि मील का पत्थर है।
यह पुल 105 मीटर ऊंचे कंक्रीट के खंभे पर स्थित है
इस रेलवे पुल की लंबाई 490 मीटर है। यह पुल 105 मीटर ऊंचे कंक्रीट के खंभे पर स्थित है। इस पुल के कुल 8 स्पैन हैं। पुल पर रियासी स्टेशन यार्ड (मेन लाईन, लूपलाइन और दोनों ओर प्लेटफॉर्म) का निर्माण किया जाएगा ।
कश्मीर घाटी को भारतीय रेल के नेटवर्क के साथ जोड़ने के लिए जम्मू से बारामूला तक 326 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जा रही है। 326 किलोमीटर में से 215 किलोमीटर रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है। इस रेल मार्ग पर रेलगाड़ियां भी चल रही हैं ।
कटड़ा-बनिहाल रेल सेक्शन (111 किलोमीटर) के शेष हिस्से में निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। हिमालयी भू-भाग एवं दुर्गम क्षेत्र वाले इस हिस्से में बड़ी संख्या में सुरंगों और पुलों का निर्माण किया जा रहा है। इसी रेल सेक्शन में विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल भी बनाया जा रहा है, जो जिला रियासी में ही बन रहा है।