India China Border: लद्दाख में पौधे लगाकर पर्यवरण संरक्षण कर रहे सरहद के प्रहरी, पुराने टायरों में लगा रहे पौधे
Army in Ladakh लद्दाख के दुर्गम हालात में पौधे लगाना कोई आसान काम नहीं है। ऐसे में पुराने टायर व ट्यूब का सदुपयोग कर सेना ने उनमें पौधे लगाना शुरू किए हैं। सेना के जवानों ने सैन्य क्षेत्रों में पौधे रौंप कर उनके बचाने का भी प्रण किया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में सरहद के प्रहरी पर्यावरण को बचाने के लिए भी लगातार जद्दोजहद कर रहे हैं।लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना के साथ आइटीबीपी के जवान भी पौधे रोप कर पर्यावरण का संरक्षण कर रहे हैं।
बर्फीले रेगिस्तान लद्दाख के लेह जिले में पौधे रोपने के लिए सेना के जवानों ने एक नया तरीका ईजाद किया है। इस तरीके में सेना के जवान बड़े वाहनों के टायरों को जमीन में दबा कर उनमें पौधे लगा रहे हैं। इस तकनीक से पौधे को बचाने के साथ उसे पानी देने में भी आसानी होती है।
लद्दाख के दुर्गम हालात में पौधे लगाना कोई आसान काम नहीं है। ऐसे में पुराने टायर व ट्यूब का सदुपयोग कर सेना ने उनमें पौधे लगाना शुरू किए हैं। लेह में विश्व पर्यवरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सेना के जवानों ने सैन्य क्षेत्रों में पौधे रौंप कर उनके बचाने का भी प्रण किया। सेना पूरी कोशिश कर रही है लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों में सेन्य क्षेत्रों का हर भरा बनाया जाए।
वहीं सेना के साथ चीन से सटे इलाकों की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही आइटीबीपी ने भी पर्यावरण संरक्षण का जिम्मा संभाल रखा है।आईटीबीपी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर लेह के दूरदराज इलाकों में करीब 14000 फीट की ऊंचाई पर पौधे लगाए थे।
इसके साथ जवानों ने लेह के कई हिस्सों में स्वच्छता अभियान चलाकर कचरे को हटाया। आईटीबीपी का यह अभियान वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब देवाचन के साथ चोगलामसर आदि इलाकों में आयोजित किए गए।