India China Border: लद्दाख में वायुसेना की मारक क्षमता बढ़ाने को 2 एडवांस लाइट हेलीकाप्टर तैनात
भारतीय वायुसेना व सेना को ऐसे 160 एडवांस लाइट हेलीकाप्टरों की जरूरत है। पहले चरण में 15 एडवांस लाइट हेलीकाप्टर बनाए जा रहे हैं। इनमें से 10 भारतीय वायुसेना व 5 सेना के लिए होंगे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन से तनाव के बीच ऑपरेशन के लिए भारतीय वायु सेना के बेड़े में दो एडवांस लाइट हेलीकाप्टर (ALH) तैनात कर दिए गए हैं। दुश्मन के मंसूबाें को नाकाम बनाने के लिए ये हेलीकाप्टर आधुनिक हथियारों से लैस हैं। हिन्दोस्तान एयरनोटिकल लिमिटेड द्वारा विश्व के सबसे हलके हेलीकाप्टर मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए अतिशीध्र तैयार किए गए हैं। लद्दाख में इनकी तैनाती से भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता में वृद्धि हुई है। इसे सशस्त्र सेना की जरूरतों व लद्दाख जैसे दुर्गम इलाकों के हालात को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार के आत्म निर्भर भारत मुहिम के तहत तैयार किया गया है।
सैन्य सूत्रों के अनुसार लद्दाख में इस एडवांस लाइट हेलीकाप्टर के आपरेशन में भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ आफ एयर स्टाफ एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा ने हिस्सा लिया। हिन्दोस्तान एयरनोटिकल लिमिटेड के टेस्ट पायलेट विंग कमांडर सुभाष पी जान ने उंचाई पर कड़ी ठंड में इस हेलीकाप्टर की मारक क्षमता का परिचय देने के लिए अग्रिम इलाके में उड़ान भी भरी है। इसके बाद इस हेलीकाप्टर ने चुनाैतीपूर्ण हालात में लैंड करने का प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन के दौरान इन हेलीकाप्टरों ने अपनी ताकत दिखाई।
ये एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर लद्दाख में किसी भी प्रकार के हालात में दुश्मन पर सटीक वार करने में सक्षम हैं। ये हेलीकॉप्टर दिन के साथ रात के समय भी पर्याप्त मात्रा में गोली बारूद लेकर उंचाई वाले इलाकों में उड़ान भर सकते हैं। इस हेलीकाप्टर में वे सभी खूबियां हैं तो इसे ठंड व गर्मी में हमला करने में कामयाब बनाएंगी। इन हेलीकाप्टरों से पहले लद्दाख में चिनूक हेलीकाप्टरों ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था।
भारतीय वायुसेना व सेना को ऐसे 160 एडवांस लाइट हेलीकाप्टरों की जरूरत है। पहले चरण में ऐसे 15 एडवांस लाइट हेलीकाप्टर बनाए जा रहे हैं। इनमें से 10 भारतीय वायुसेना व 5 सेना के लिए होंगे।