कश्मीर में सोमवार 12 बजे के बाद शुरू हो जाएंगे सभी पोस्टपेड मोबाइल, पर्यटन स्थलों पर इंटरनेट सेवा की सुविधा भी मिलेगी
बीएसएनएल के एक अधिकारी ने बताया कि अगस्त के अंत से लेकर अक्टूबर शुरू होने तक वादी में हमारे विभाग ने करीब 14 हजार नए लैंडलाइन कनेक्शन जारी किए हैं।
श्रीनगर, नवीन नवाज। लगातार सुधरते हालात के बीच सामान्य जनजीवन को पूरी तरह बहाल करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने शनिवार को घाटी में 14 अक्तूबर से सभी पोस्टपेड माेबाइल सेवाओं को बहाल करने का एलान किया है। यह सेवा वादी के सभी 10 जिलों में शुरु होगी। इससे पूर्व राज्य प्रशासन ने यह सेवा आज बहाल करने का संकेत दिया था। यही नहीं देश भर से घाटी आने वाले पर्यटकों को इंटरनेट सेवा का लाभ भी मिलेगा। सरकार पर्यटकों के लिए विभिन्न पर्यटन स्थलों पर इंटरनेट सेवा की सुविधा भी प्रदान करेगी। फिलहाल, प्रीपेड माेबाइल फोन अगले आदेश तक बंद रहेंग। गौरतलब है कि वादी में बीते 69 दिनों से सभी प्रकार की मोबाइल फाेन सेवाएं बंद हैं।
राज्य सरकार के प्रवक्ता व प्रधान सचिव रोहित कंसल ने आज यहां मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान और आईजी कश्मीर रेंज एसपी पाणि की मौजूदगी में पत्रकाराें के साथ बातचीत में कि चार अगस्त से वादी में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रशासनिक पाबंदियों को लागू किया गया था। सभी प्रकार की फोन सेवाएं और इंटरनेट सेवा का भी बंद किया गया था। हालात में लगातार सुधार और स्थिति की नियमित समीक्षा के आधार पर कई पाबंदियों केा सिलसिलेवार तरीके से हटाया गया है। सितंबर माह के पहले सप्ताह तक अधिकांश पाबंदियों को हटा लिया गया था।
रोहित कंसल ने बताया कि जम्मू प्रांत के दस जिलों व लेह और करिगल में सभी इलाकों में सभी प्रकार की फोन सेवाएं पहले ही बहाल की जा चुकी हैं। सिर्फ घाटी में ही मोबाईल सेवा ही बंद थी, जिसे अब बहाल करने का फैसला किया गया है। सोमवार को दोपहर 12 बजे से पूरे कश्मीर में सभी पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। बीएसएनएल समेत जितनी भी दूर संचार क्षेत्र के कंपनियां कश्मीर में यह सेवा प्रदान कर रही हैं, अपनी सेवाएं शुरु कर देंगी। घाटी के सभी 10 जिलों में पोस्ट पेड मोबाइल चलेंगे। अलबत्ता, प्रीपेड मोबाइल फोन सेवा और इंटरनेट सेवा पर अभी कुछ और दिन प्रतिबंध रहेगा।
पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल करने का फैसला राज्य सरकार द्वारा नौ अक्तूबर को पर्यटकों के लिए एडवाइजरी वापस लिए जाने के बाद आया है। विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक और टूरिस्ट संगठनों ने राज्य सरकार के साथ संपर्क करते हुए कहा था कि वादी में जब तक माेबाइल फोन सेवा बहाल नहीं होगी, पर्यटकों के लिए हटायी गई ट्रैवल एडवाइजरी कारगर नहीं होगी। मोबाइल सेवा को बहाल किया जाना जरुरी है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि वादी में हालात लगभग सामान्य हो चुके हैं। ट्रैवल एडवाइजरी को पहल ही हटाया गया है। अब राज्य सरकार के इस कदम से पर्यटक अपने परिजनों के सथ संपर्क बनाए रखते हुए वादी मे कहीं भीघूम सकते हैं। देश-विदेश में पढ़ाई और रोजगार के सिलसिले में गए स्थानीय लोग यहां अपने परिजनों के साथ किसी भी समय बातचीत कर सकते हैं। व्यापारी वर्ग अपने ग्राहकों के साथ संपर्क बनाए रख सकता है।
घाटी में बीएसएनएल ने 14 हजार नए उपभोक्ताओं को लैंडलाइन सेवा प्रदान की
वहीं कश्मीर घाटी में मोबाइल फोन सेवा ठप रहने से भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को काफी फायदा हुआ है। बीते दो माह के दौरान घाटी में बीएसएनएल ने 14 हजार नए उपभोक्ताओं को लैंडलाइन सेवा प्रदान की है। पांच अगस्त से पहले वादी में बीएसएनएल की लैंडलाइन सेवा के लगभग 50 हजार उपभोक्ता थे। इनमें से 16 हजार ही घरेलू उपभोक्ता थे, जो अब करीब 30 हजार हो गए हैं। वादी में लैंडलाइन फोन सेवा बहाल होने और मोबाइल फोन बंद होने से लोगों ने एक बार फिर अपने घरों में लैंडलाइन फोन सेवा हासिल करने के लिए बीएसएनएल कार्यालय में आवेदन शुरू कर दिए। कईयों ने बंद पड़े लैंडलाइन फोन को बहाल कराने के लिए वर्षों से लंबित किराया भी जमा कराया। कई लोगों ने अपने मोबाइल फोन उपलब्ध होने के बाद अपने घरों में लैंडलाइन सेवा को बंद करा दिया था।
शहरों व कस्बों में बड़ी संख्या में लोग लैंडलाइन कनेक्शन के लिए आवेदन कर रहे
बीएसएनएल के एक अधिकारी ने बताया कि अगस्त के अंत से लेकर अक्टूबर शुरू होने तक वादी में हमारे विभाग ने करीब 14 हजार नए लैंडलाइन कनेक्शन जारी किए हैं। श्रीनगर समेत वादी के सभी प्रमुख शहरों व कस्बों में बड़ी संख्या में लोग लैंडलाइन कनेक्शन के लिए आवेदन कर रहे हैं। पूरी वादी में हमारा एक विशाल नेटवर्क है। हरेक शहर और कस्बे में हमारी एक्सचेंज और मोबाइल फोन टावर हैं। इसका हमें फायदा हो रहा है। हालांकि अभी इंटरनेट सेवा बंद है, लेकिन बहुत से आवेदकों ने लैंडलाइन फोन के साथ ही ब्राडबैंड सुविधा के लिए भी आवेदन कर रखा है।
कश्मीर में लैंडलाइन फोन सेवा और ब्राडबैंड जरूरी है
लालचौक में स्थित बीएसएनएल कार्यालय से सटी गली में रहने वाले मीर यूसुफ ने बताया कि हमने सिर्फ दुकान में ही बीएसएनएल की लैंडलाइन रखी थी। घर का लैंडलाइन फोन करीब चार साल पहले कटवा दिया था। हमने करीब 15 दिन पहले दोबारा अपने घर के लिए कनेक्शन हासिल किया है। वर्ष 2010 और 2016 और बीते दो माह के अनुभव ने हमें सिखा दिया है कि कश्मीर में लैंडलाइन फोन सेवा और ब्राडबैंड जरूरी है। मोबाइल फोन और मोबाइल पर इंटरनेट सेवा यहां अकसर बंद कर दी जाती है। लैंडलाइन फोन सेवा ही हर बार सबसे पहले बहाल होती है। उसके बाद ब्राडबैंड सेवा। वादी में कोई और लैंडलाइन सेवा देने वाली कंपनी नहीं है। निजी कंपनियों की सेवाएं बीएसएनएल की सेवा के बाद ही शुरू होती हैं।