Jammu : मौसम बदलते ही जम्मू में शुरू हुई सब्जियों की खेती, बंद गोभी के पौधे खेत में रोप दिए
किसानों का कहना है कि इस साल जमकर गर्मी पड़ी। मार्च में ही पारा तेज होने से गेहूं समय से पहले पक आई। उसके बाद तेज धूप का सब्जियों पर असर रहा। यहां तक कि सितंबर के आखिरी तक गर्मियों ने किसानों को सब्जियों की खेती करने से रोके रखा।
जम्मू, जागरण संवाददाता : मौसम बदलते ही जम्मू में सब्जियां लगाने का सीजन शुरू हो चुका है। खासकर मढ़, अरनिया, मंडाल क्षेत्र में जहां इन दिनों जमकर सब्जियों की खेती होती है। खासकर बंद गोभी, आलू, गांठ गोभी, पालक,मटर, मूली, गाजर आदि लगाई जाती है। इन दिनों मढ़ के कई किसान बंदगोभी, आलू लगा चुके हैं। जबकि दूसरी सब्जियां लगाने की तैयारी चल रही है।
किसानों का कहना है कि इस साल जमकर गर्मी पड़ी। मार्च में ही पारा तेज होने से गेहूं समय से पहले पक आई। उसके बाद तेज धूप का सब्जियों पर असर रहा। यहां तक कि सितंबर के आखिरी तक गर्मियों ने किसानों को सब्जियों की खेती करने से रोके रखा। मढ़ के किसान शक्ति कुमार ने कहा कि पिछले दिनों बारिश के समय पारा नीचे चला गया।
मगर कुछ दिनों में ही पारा इतना चढ़ गया कि बीज उग ही नहीं पाए। इसलिए कुछ दिन इंतजार किया। लेकिन अब लगता है कि साजगार मौसम आ चुका है। पंजौर के उन्नत किसान रामजी काफी अनुभवी किसान है और उन्होेंने बंद गोभी के पौधे खेत में रोप दिए हैं।
आलू की खेती भी कर दी है। उन्होंने कहा कि अब पारा नहीं चढ़ सकता। इसलिए किसानों को डरने की जरूरत नहीं। अगेती फसलें लगा दी है और पालक, मूली अभी लगाई जानी है। पिछले समय में मौसम की मार के कारण किसानों को नुकसान हुआ, लेकिन अब यह सब्जियों का सीजन किसानों को जरूर मालामाल करएगा।
वहीं दूसरी ओर जमीन में पर्याप्त नमी है और कंडी क्षेत्र के किसान अबकी समय पर गेहूं की बिजाई कर सकेंगे। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक का समय गेहूं की खेती के लिए उत्तम है। वहीं मशरूम उत्पादक किसानों को अभी तापमान के कुछ और नीचे जाने का इंतजार। जम्मू में बटन मशरूम का सीजन शुरू होगा। इन दिनों किसान शेड ठीक करने में जुटा हुआ है और मशरूम क कंपोस्ट का बंदोबस्त कर रहा है।