जम्मू में वीकेंड प्रतिबंध में सुधर रहे कीचन गार्डन, घर-आंगन साग सब्जियों से खिल आए हैं
नरवाल सतवारी में सुदेश के घर पर इन दिनों प्लास्टिक की पेटियों में पालक तैयार है। माह भर पहले जब पालक लगाया था तो यही दिमाग में था कि पालक नही हो पाएगा। एक बार तो पालक बहुत ही घना निकल आया मगर बाद में कई पौधे हटा दिए।
जम्मू, जागरण संवाददाता : कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा जारी वीकेंड प्रतिबंध में लोग अपने घर आंगन के बगीचे, किचन गार्डन की तरफ ध्यान दे रहे हैं। चूंकि मिले इस खाली समय का यह लोग सही इस्तेमाल कर रहे हैं। लोगों के घर आंगन साग सब्जियों से खिल आए हैं। कई लोगों ने गमलों में फूल लगाए हैं तो अनेकों लोग ऐसे हैं जोकि सब्जियां लगा रहे हैं। जिन लोगों ने पहले ही सब्जियां लगा रखी है, अब उत्पाद भी पा रहे हैं।
नरवाल सतवारी में सुदेश के घर पर इन दिनों प्लास्टिक की पेटियों में पालक तैयार है। माह भर पहले जब पालक लगाया था तो यही दिमाग में था कि पालक नही हो पाएगा। एक बार तो पालक बहुत ही घना निकल आया मगर बाद में कई पौधे हटा दिए। अब यहां पर खूब पालक निकल रहा है और घर की सब्जी खाने को मिल रही हे। कई लोगों ने टमाटर भी गमलों में तैयार किए हैं और टमाटर लगे भी हैं। गंग्याल के राकेश कुमार ने बताया कि वे धनिया अब बाजार से नही खरीदते क्योंकि उनके घर पर ही गमले मेें खूब धनिया तैयार हुआ पड़ा है।
ऐसे ही बैंगन, मैथी, शिमला मिर्च, हरी मिर्च आदि लगाई जा सकती है। अगर आपके पास खाली पेटियां पड़ी हों, या सब्जी वाली प्लास्टिक की पेटियां हों तो उसमें खाद व मिट्टी डाल कर पालक, आलू, सरसों, गोभी, गांठ गोभी , शलजम जैसी सब्जियां भी तैयार की जा सकती है।
चट्टा के हरविंदर कुमार का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान लोगों को घरों में ही समय गुजारने का अवसर मिल जाता है। ऐसे में घर की बागवानी को बेहतर करने का सबसे बेहतर मौका है। अगर आप में घर में सब्जियां लगाने का जनून आ गया तो आप घर की छत की भी इस्तेमाल कर सकते हैं और ताजी सब्जियां पा सकते हैं।