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Jammu Kashmir: कोरोना वायरस की तरह ही जम्मू में कहर ढा चुका है डेंगू

डॉक्टरों के अनुसार जब तापमान कम होने लगता है तो यह मच्छर खत्म हो जाता है। दिन और रात का तापमान मिलाकर जब 20 डिग्री सेल्सियस से कम होगा तो डेंगू मच्छर खत्म हो जाता है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 16 May 2020 11:44 AM (IST)Updated: Sat, 16 May 2020 11:44 AM (IST)
Jammu Kashmir: कोरोना वायरस की तरह ही जम्मू में कहर ढा चुका है डेंगू
Jammu Kashmir: कोरोना वायरस की तरह ही जम्मू में कहर ढा चुका है डेंगू

जम्मू, रोहित जंडियाल। मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण से लोग दहशत में हैं। करीब सात साल पहले इसी तरह का प्रकोप डेंगू ने दिखाया था। जम्मू में डेंगू के इतने केस आए थे कि भगवती नगर में अमरनाथ यात्र के आधार शिविर को भी अस्पताल में बदलना पड़ा था। अस्पतालों में उस समय कोरोना की तरह ही डेंगू के इलाज को प्राथमिकता दी जाती थी। जम्मू-कश्मीर में पहले डेंगू के मामले बहुत कम आते थे।

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साल 2006 में पहली बार डेंगू से एक मरीज की मौत हुई थी। इसके बाद भी इसके मामले थम गए। साल 2013 में जम्मू-कश्मीर में एकाएक डेंगू का प्रकोप बढ़ गया। सांबा व जम्मू जिले में अस्पताल संदिग्ध मरीजों और संक्रमित मरीजों से भरना शुरू हो गए। पहली बार भगवती नगर में बने आधार शिविर को अस्पताल में बदलना पड़ा था। उस समय स्वास्थ्य निदेशक डॉ. बीएस पठानिया थे। उनका कहना है कि जम्मू कश्मीर में एक दशक पहले तक डेंगू का इक्का-दुक्का मामला ही दर्ज होता था, लेकिन वर्ष 2011 में डेंगू के संदिग्ध मामले सामने आना शुरू हुए। साल 2013 में पहली बार जम्मू संभाग में डेंगू का आतंक देखने को मिला। जम्मू में हुए एक सर्वे के अनुसार जुलाई से अक्टूबर में 90 फीसद से अधिक मामले दर्ज होते हैं। जम्मू, सांबा और कठुआ जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं।

340 तालाब में ‘गंबुजिया’ मछली: स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने के लिए हर साल‘गंबुजिया’मछली का सहारा लेता है। जम्मू संभाग में वर्तमान में 340 तालाब हैं। इनमें से 130 सांबा और 95 जम्मू जिले में हैं। इन सबमें ‘गंबुजिया’मछली को डाला जाता है। यह मच्छर को नहीं पनपने देती।

ऐसे खत्म होता है डेंगू: डॉक्टरों के अनुसार जब तापमान कम होने लगता है तो यह मच्छर खत्म हो जाता है। दिन और रात का तापमान मिलाकर जब 20 डिग्री सेल्सियस से कम होगा तो डेंगू मच्छर खत्म हो जाता है। जम्मू निगम शहर में फा¨गग व स्प्रे अभियान पहले ही जारी रखे हुए है। कोरोना के मद्देनजर पिछले महीने से जोरशोर से शहर विशेषकर रेडजोन क्षेत्रों में फागिंग व स्प्रे की जा रही है। नगर निगम के हेल्थ आफिसर डॉ. शमीम मीर का कहना है कि शनिवार को जम्मू रेलवे स्टेशन और नरवाल मंडी में विशेष अभियान चलाया जाएगा। अधिकतर वाडरें में हमने पहले ही स्वच्छता का ध्यान रखा हुआ है। फा¨गग व स्प्रे रूटीन में की जा रही है। इसे अभी जारी रखा जाएगा।

डेंगू के लक्षण

  • अचानक तेज बुखार होना
  • सिर में आगे की ओर तेज दर्द होना
  • मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द
  • जी घबराना, चक्कर आना-त्वचा में लाल निशान होना

जम्मू कश्मीर में डेंगू के मामले

  • साल     कुल टेस्ट    कुल मामले
  • 2013   5880        1838
  • 2014   184          01
  • 2015   984          153
  • 2016   984          79
  • 2017   2979        488
  • 2018   1645        214
  • 2019   1891        439

ये भी हैं प्रबंध

सरकार ने जम्मू-कश्मीर में डेंगू की जांच के लिए दस अस्पतालों में सुविधा बनाई है। इनमें मेडिकल कालेज जम्मू के अलावा सरवाल अस्पताल, गांधीनगर अस्पताल, जिला अस्पताल सांबा, ऊधमपुर, कठुआ, राजौरी, पुंछ, डोडा और श्रीनगर अस्पताल शामिल हैं। अधिकांश मरीज जम्मू संभाग से ही होने के कारण यहीं पर इलाज अधिकांश टेस्ट होते हैं। लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए लगतार अभियान चलाए जाते हैं। इसके अलावा फागिंग भी की जा रही है। इससे डेंगू के मामले कम हो रहे हैं। - डॉ. रेनू खजूरिया


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