जम्मू-कश्मीर में कोरोना काल में इंटरनेट बना लोगों को तनाव मुक्त बनाने का जरिया
जम्मू में सबसे पहले यह प्रयास दानिश भारद्वाज और दिनकर कलोत्रा ने जम्मू ब्लॉगर ग्रुप का गठन कर किया है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के बीच घर बैठकर लोग तनावग्रस्त हो रहे। इस जानलेवा वायरस को लेकर लोगों पर निराशा तेजी से हावी हो रही हैं। ऐसे समय में इंटरनेट कारगर भूमिका निभा रहा है। लोगों को तनाव व निराशा से निकाल कर उन्हें आशावादी बनाने के लिए अब कई संगठन आगे आए हैं। जिन्होंने इस काम के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन कर लोगों को तनाव मुक्त बनाने का काम शुरू किया हैं।
कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जो भी अनुभव है, वह जो भी सोचते हैं, उनके मन में जो भी भय हैं वे उसे ऑनलाइन प्रतियोगिता में दूसरों के आगे बयां कर रहे है। इस लॉकडाउन प्रतियोगिताओं में डॉक्टर, मनोचिकित्सक और दूसरों के मनोबल को बढ़ाने वाले वक्ता शामिल है जो लोगों को आशावादी बनाने का काम करते हैं। वे लोगों की ऑनलाइन काउंसलिंग भी करते हैं। इन लॉकडाउन ग्रुपों में धीरे-धीरे अब कई नामी हस्तियां भी शामिल हो रही जो घर बैठ कर तनाव का शिकार हो गई थी।
जम्मू में सबसे पहले यह प्रयास दानिश भारद्वाज और दिनकर कलोत्रा ने जम्मू ब्लॉगर ग्रुप का गठन कर किया है। उन्होंने लोगों को ऑनलाइन अपने मन के विचार व्यक्त करने का मौका दिया। कुछ ही समय में इस ग्रुप के साथ दो हजार से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। जो अपनी अनोखी कला को व्यक्त करने के साथ कोरोना काल में किस तरह उन्होंने हिम्मत जुटा कर खुद की और दूसरों की मदद की ताकि वह इस मुश्किल की इस घड़ी से निकल सकें।
युवा पीढ़ी में इस प्रकार के लॉकडाउन ग्रुप में शामिल होने का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। दानिश भारद्वाज और दिनकर कलोत्रा का कहना है कि लोगों को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित करने के लिए वे सबसे अच्छा वक्ता को पुरस्कार देकर उनका मनोबल बढ़ाते है।