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Illegal Mining in Doda: डोडा में चिनाब दरिया के आसपास सरेआम हो रहा अवैध खनन, आंखें मूद कर बैठा है प्रशासन

एडवोकेट निसार अहमद गट्टू ने रविवार को जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जिला डोडा में 15 स्टोन क्रशर है जो नियमों की अनदेखी करके चल रहे हैं।चिनाब के किनारे स्थित यह स्टोन क्रशर दिन भर काम करते हैं। इन्हें पूछने वाला कोई नहीं।

By lokesh.mishraEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 07:43 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 07:43 PM (IST)
Illegal Mining in Doda: डोडा में चिनाब दरिया के आसपास सरेआम हो रहा अवैध खनन, आंखें मूद कर बैठा है प्रशासन
दरिया चिनाब के आसपास आज भी अवैध खनन हो रहा है और प्रशासन आंखें मूंद कर बैठा है।

संवाददाता, जम्मू, जागरण : पर्यावरण को संरक्षित करने और डोडा जिले में बिना लाइसेंस के चल रहे स्टोन क्रशर को बंद करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर करने वाले एडवाेकेट निसार अहमद गट्टू ने कहा है कि जिले में दरिया चिनाब के आसपास आज भी अवैध खनन हो रहा है और प्रशासन आंखें मूंद कर बैठा है। एडवोकेट निसार ने आरोप लगाया है कि हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद जिला प्रशासन बिना लाइसेंस चल रहे इन स्टोन क्रशर पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। स्टोन क्रशर चलाने वाले काफी प्रभावशाली लोग है।

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एडवोकेट निसार अहमद गट्टू ने रविवार को जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जिला डोडा में 15 स्टोन क्रशर है जो नियमों की अनदेखी करके चल रहे हैं। दरिया चिनाब के किनारे स्थित यह स्टोन क्रशर दिन भर काम करते हैं, लेकिन इन्हें पूछने वाला कोई नहीं। निसार ने कहा कि जियोलॉजी एंड माइनिंग विभाग भी मानता है कि ये स्टोन क्रशर अवैध रूप से चल रहे हैं। निसार ने कहा कि 31 अक्टूबर 2018 को हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच ने डोडा के डिप्टी कमिश्नर को इन स्टोन क्रशर की जांच करने का निर्देश दिया था। इस पर डिप्टी कमिश्नर ने हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर बयान दिया कि जिले में दस स्टोन क्रशर अवैध रूप से चल रहे थे जिन्हें बंद करवा दिया गया है।

हलफनामा में कहा गया कि केवल दो स्टोन क्रशर वैध रूप से चल रहे हैं। निसार ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर के इस हलफनामा के बाद भी उक्त स्टोन क्रशर सरेआम दरिया चिनाब से खनन कर रहे हैं। निसार ने जिला प्रशासन पर हाईकोर्ट को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने हाईकोर्ट की आंखों में भी धूल झोंकी है। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने व पर्यावरण से खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।


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