जम्मू कश्मीर में फर्जी तरीके से जारी 14 हजार सिमकार्ड सक्रिय हैं, एसआइए ने जांच के बाद किया खुलासा
एसआइए ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने से पहले पूरी जांच की और पाया कि वह किसी व्यक्ति विशेष के दस्तावेजों के आधार पर अवांछित तत्वों के लिए सिमकार्ड जारी करता है। जिसे सिमकार्ड बेचा जाना होता है सिर्फ उसकी तस्वीर इस्तेमाल होती है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : प्रदेश जांच एजेंसी (एसआइए) ने फर्जी तरीके से मोबाइल सिमकार्ड जारी कर आतंकियों तक पहुंचाने के मामले में एक सिमकार्ड विक्रेता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उसके ठिकानों की तलाशी के दौरान कुछ डिजिटल उपकरण, सिमकार्ड, एसडी कार्ड, कंपैक्ट डिस्क और बैंक लेनदेन के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। संबंधित सूत्रों के मुताबिक, आरोपित को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हालांकि, एसआइए ने उसे गिरफ्तार किए जाने या हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है।
एसआइए के प्रवक्ता ने बताया कि इस समय पूरे प्रदेश में करीब 14 हजार सिमकार्ड ऐसे हैं जो फर्जी तरीके से जारी किए गए हैं। वादी में आतंकियों, ओवरग्राउंड वर्करों और नशीले पदार्थाें की तस्करी में लिप्त तत्वों द्वारा फर्जी तरीके से सिमकार्ड प्राप्त कर उनका दुरुपयोग किया जा रहा है। इन मामलों का संज्ञान लेते हुए एसआइए की टीम ने पुलिस दल के साथ कुपवाड़ा में बट टेलीकाम को चलाने जावेद अहमद बट के गुनवारी गगलूसा कुपवाड़ा स्थित दो परिसरों की तलाशी ली। जावेद नियमों की अनदेखी कर विभिन्न मोबाइल कंपनियों के सिमकार्ड बेच रहा था।
एसआइए ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने से पहले पूरी जांच की और पाया कि वह किसी व्यक्ति विशेष के दस्तावेजों के आधार पर अवांछित तत्वों के लिए सिमकार्ड जारी करता है। जिसे सिमकार्ड बेचा जाना होता है, सिर्फ उसकी तस्वीर इस्तेमाल होती है जबकि अन्य दस्तावेज किसी दूसरे व्यक्ति के होते हैं। ऐसे कई सिमकार्ड आतंकियों और उनके ओवरग्राउंड वर्कर इस्तेमाल कर रहे हैं।