पहले स्टेज में पता चले तो कैंसर का इलाज संभव
कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कैंसर विशेषज्ञों ने एक अनूठा प्रयास किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। राज्य में कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कैंसर विशेषज्ञों ने एक अनूठा प्रयास किया है। उन्होंने जम्मू में बैठकर चौबीस घंटे देशभर के लोगों से कैंसर के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कैंसर का इलाज संभव है। अगर समय पर पता चले तो 90 फीसद मरीज बिलकुल ठीक हो सकते हैं।
सम्मेलन में राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया गया। सम्मेलन का उद्घाटन जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा और नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट एम्स नई दिल्ली के हेड डॉ. जीआर रथ ने किया। डिवीजनल कमिश्नर ने कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से राज्य में लोगों को इस रोग के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।
दूरदराज क्षेत्रों में भी कैंसर पर कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए। सेमिनार का आयोजन लाजवंती भगत नाथ रेडिएशन ऑफ होप संस्था ने किया है। डॉ. रथ ने कहा कि कैंसर में यह मायने रखता है कि वह अस्पताल में इलाज के लिए कब आ रहा है। अगर प्रथम स्टेज में ही इसका पता चल जाए तो इसका शत-प्रतिशत इलाज संभव है।
सेमिनार के आयोजक डॉ. दीपक अबरोल ने कहा कि इसका मकसद लोगों को जागरूक करने के अलावा मरीजों के लिए फंड एकत्रित करना भी है। अगर कोई मरीज जरूरतमंद है तो उसकी सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न अस्पतालों से 50 कैंसर विशेषज्ञों ने भाग लिया। हर विशेषज्ञ ने किसी एक विषय पर लोगों के प्रश्नों का सीधे जवाब दिया और उन्हें कैंसर के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने कहा कि 60 फीसद कैंसर से बचाव जागरूकता से ही संभव है। अगर लोगों में जागरूकता आ जाए तो अस्पतालों में 50 फीसद मरीज भी न आएं। इसमें डॉ. पूर्णिमा ने यूएसएस से जुड़ कर अपने विचार रखे। डॉ. अशोक वैद, डॉ. राकेश कपूर, डॉ. शाम श्रीवास्तव, डॉ. मीनु गुप्ता, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. रत्नाकर शर्मा, डॉ. संजीव गुप्ता व डॉ. हारुण सलारिया ने भी अपने विचार रखे।
उन्होंने लोगों से समय पर इलाज करवाने को कहा। आयोजक डॉ. अबरोल ने दावा किया कि विश्व में पहली बार इस प्रकार का सम्मेलन आयोजित हुआ है, जहां चौबीस घंटे डॉक्टर लोगों से सीधे जुड़े रहे। कार्यक्रम में मौजूद सीएपीडी के डायरेक्टर अमित शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाने चाहिए। पीरखो के महंत रवि नाथ जी को भी सम्मानित किया गया।