हनीट्रैप मामले में सैन्यकर्मी को पकड़ा
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के हनीट्रैप में सीमांत क्षेत्र अरनिया के किशोर के अलावा कई और युवा फंसे हैं। तेलंगाना से पकड़े गए व्यक्ति से मिली जानकारी के बाद अरनिया पुलिस ने बुधवार को एक सैनिक को पकड़ा है जो इन दिनों देहरादून में तैनात है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के हनीट्रैप में सीमांत क्षेत्र अरनिया के किशोर के अलावा कई और युवा फंसे हैं। तेलंगाना से पकड़े गए व्यक्ति से मिली जानकारी के बाद अरनिया पुलिस ने बुधवार को एक सैनिक को पकड़ा है, जो इन दिनों देहरादून में तैनात है। वह आरएसपुरा का रहने वाला है।
सैन्य कर्मी छुट्टी पर घर आया था। तभी पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया। आरोप है कि सैन्य कर्मी के बैंक खाते में आइएसआइ ने 10 हजार रुपये जमा करवाए थे। यह धनराशि किन कारणों से उसके खाते में आई थी, इसकी जानकारी हासिल की जा रही है। तेलंगाना से पकड़े गए व्यक्ति सारीकेली लिगना से पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है।
जम्मू पुलिस सारीकेली को एक मार्च को तेलंगाना में दबोचने में कामयाब हो गई थी, लेकिन उसे रिमांड पर जम्मू नहीं ला पाई थी। बाद में जम्मू पुलिस की टीम फिर तेलंगाना रवाना हुई और बुधवार को आरोपित को लेकर जम्मू आ गई। नाबालिग के बैंक खाते की जांच के दौरान पता चला था कि सारीकेली ने सुरक्षाबलों की जानकारियां देने के लिए उसके बैंक खाते में धनराशि जमा करवाई थी। सीमांत क्षेत्र के कई युवा फंसे हैं हनीट्रैप में
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तेलंगाना से पकड़े गए सारीकेली लिगना से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। आरएसपुरा-अरनिया में रहने वाले कुछ और युवा आइएसआइ के हनीट्रैप में फंसे हुए हैं। उन्होंने सीमा पार कई अहम जानकारियां भेजी हैं। इन युवाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पटियाला की युवती बताकर नाबालिग को फंसाया था
इस साल सात जनवरी को सेना की खुफिया विग मिलिट्री इंटेलीजेंस की सूचना पर अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक रहने वाले एक नाबालिग को पकड़ा गया था। उस पर आरोप था कि उसने सोशल मीडिया के जरिए सुरक्षाबलों की गतिविधियों से जुड़ी तस्वीरों को सीमा पार भेजा था। खुद को पंजाब के पटियाला में रहने वाली युवती बताकर आइएसआइ की एजेंट ने नाबालिग को फंसाया था। नाबालिग से ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में पूछताछ हुई थी। नाबालिग ने बताया था कि फेसबुक के बाद आइएसआइ की महिला एजेंट वाट्सएप के जरिए उससे बातचीत करती थी और अपने क्षेत्र की जानकारी मांगती थी।