Amit Shah Baramulla Rally : गृहमंत्री का पाकिस्तान की पैरवी करने वालों को दो टूक जवाब, बातचीत का सवाल ही नहीं
पहली सरकारों ने घाटी के युवाओं को क्या दिया। उन्होंने महबूबा जी फारूक अब्दुल्ला से इसका जवाब भी मांगा कि वे बताएं उन लोगों ने अपने कार्यकाल के दौरान घाटी के युवाओं के लिए क्या किया। उन्होंने ही युवाओं के हाथों में पत्थर और बंदूक पकड़ाई।
श्रीनगर, जेएनएन : गृहमंत्री अमित शाह ने बारामुला रैली के दौरान पाकिस्तान से बार-बार बातचीत करने की बात करने वाले कश्मीर केंद्रित दलों को यह स्पष्ट संदेश दिया कि पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी। गृहमंत्री शाह ने रैली में हजारों की संख्या में मौजूद लोगों के समक्ष अपना मत स्पष्ट करते हुए कहा कि मैं पाकिस्तान से बात करना नहीं चाहता, मैं गुज्जर बक्करवाल, पहाड़ी भाइयों से, कश्मीर के लोगों-हिंदुओं से बात करना चाहता हूं।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कश्मीर में जिसने दहशतगर्दी फैलाई, उससे बात कैसे हो सकती है। दहशतगर्दी को मोदी सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। हम चाहते है कि जम्मू कश्मीर से अलगाववाद और आतंकवाद समाप्त हो और जम्मू कश्मीर भारत का स्वर्ग बनकर रहे। कश्मीर का युवा पढ़ लिख कर विकास में योगदान करे, आप इसमें मदद करें, यही हमारी सरकार की मंशा है। पहली सरकारों ने घाटी के युवाओं को क्या दिया। उन्होंने महबूबा जी, फारूक अब्दुल्ला से इसका जवाब भी मांगा कि वे बताएं उन लोगों ने अपने कार्यकाल के दौरान घाटी के युवाओं के लिए क्या किया। उन्होंने ही युवाओं के हाथों में पत्थर और बंदूक पकड़ाई।
कश्मीर में दो माडल हैं मोदी जी का माडल और गुपकार माडल : गृहमंत्री ने कहा कि गुपकार माडल ने पुलवामा कांड किया और मोदी माडल ने दो हजार करोड़ से अस्पताल बनाया। गुपकार में बंद और हड़ताल हैं जबकि मोदी माडल में आइआइटी, आइआइएम और एम्स हैं। उन्होंने कश्मीर के विकास का हवाला देते हुए आतंकवाद की राह पर निकले युवाओं को मुख्यधारा में लौटने को कहा। दहशतगर्दी से कश्मीर का भला नहीं होगा, कश्मीर का भला विकास, इंडस्टी से होगा।
जम्मू कश्मीर में जल्द होगे चुनाव : गृहमंत्री शाह ने इस दौरान यह आश्वस्त भी दिया कि मतदाता सूचियों के प्रकाशन का काम पूरा होने के बाद चुनाव आयोग चुनाव करवाएगा। परिसीमन पहले इस तरह से था कि तीन परिवार ही हर बार शासन करते थे। अब आपके प्रतिनिधि चुनकर आएंगे। मुफ्ती एंड कंपनी और फारुक अब्दुल्ला एंड सन्स ने कुछ नहीं किया।रैली समाप्त होने के बाद अमित शाह बारामुला के लोगों से मिले और भीड़ में नीचे चले गए। लोगों ने उन्हें तोहफे दिए और पास से दीदार किया। यह एक एतिहासिक पल कहा जा सकता है कि इस तरह है गृह मंत्री लोगों के बीच में उनसे मिल रहे हैं।
बारामुला रैली में हुआ जोरदार स्वागत : इससे पूर्व गृहमंत्री अमित शाह के बारामुला रैली स्थल पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। बारामुला व आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। लोगों की भीड़ को देख गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जब से उन्होंने बारामुला में रैली की घोषणा की, तब से कई राजनीतिज्ञ यह कह रहे थे कि देखते हैं आपकी रैली में कितने लोग आते हैं। आज रैली में लोगों की संख्या इस बात काे स्पष्ट करती है कि कश्मीर के लोग मोदी सरकार के साथ हैं।
बलिदानी मकबूल शेरवानी को किया याद : बारामुला केे बलिदानी जवान मकबूल शेरवानी को श्रद्धांजलि देने के साथ अपने भाषण की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि मकबूल शेरवानी जैसे भारत के जांबाज जवानों की वजह से हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यही नहीं नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में रहने वाले लोग भी जवानों से कम नहीं है। भारतीय सीमाओं की सुरक्षा में उनका योगदान भी सराहनीय है।