प्रतापगढ़ मुहल्ले में हुआ होलिका दहन
प्रतापगढ़ मुहल्ले में हुआ होलिका दहन
जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर के प्रतापगढ़ मुहल्ले में सोमवार को सूर्यास्त के बाद स्थानीय लोगों ने होलिका दहन किया। इस मौके पर महिलाओं ने भक्त प्रहलाद की पूजा-अर्चना की। उन्होंने बताया कि एक कथा के अनुसार राजा हिरण्यकश्यप अहंकार के वश आकर स्वयं को ईश्वर मानने लगा। उसकी इच्छा थी की केवल उसी की आराधना हो, लेकिन उसका अपना पुत्र प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था। पिता के बहुत समझाने के बाद भी जब पुत्र ने भगवान विष्णु की पूजा करनी बंद नहीं कि तो हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को दंड स्वरूप उसे आग में जलाने का आदेश दे दिया। उसकी बहन को यह वरदान था कि वह आग में नहीं जलेगी। इसलिए उसने होलिका को कहा कि वह प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठ जाए। होलिका प्रहलाद को लेकर आग में बैठ गई, लेकिन आश्चर्य की बात यह हुई कि होलिका जल गई और प्रह्लाद नारायण कृपा से बच गया। तभी से होलिका दहन मनाया जाता है।