हिजबुल मुजाहिदीन ने निशाने पर 30 पुलिस अधिकारी व जवान, सोशल मीडिया में जारी की लिस्ट
हिजबुल मुजाहिदीन आतंकियों ने आतंकरोधी अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रहे पुलिस अधिकारियों और जवानों में से 30 को हिटलिस्ट में रखा है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में पुलिस और आतंकियों के बीच जारी जंग अब सोशल मीडिया पर शुरू हो गई है। हिजबुल मुजाहिदीन आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रहे पुलिस अधिकारियों और जवानों में से 30 को हिटलिस्ट में रखा है। शुक्रवार को आतंकियों ने उसी अंदाज में उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कीं जैसे सुरक्षा एजेंसियां मोस्ट वांटेड की सूची सार्वजनिक करती आई हैं।
हिटलिस्ट में शामिल अधिकारी व जवान दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा और कुलगाम के रहने वाले हैं। आतंकियों ने इनको नौकरी छोड़ने या फिर मरने के लिए तैयार रहने को कहा है।
हिज्ब के खिलाफ होगी कार्रवाई
इसी दौरान सोशल मीडिया पर अज्ञात संगठन पुलवामा-शोपियां टाइगर्स ने शोपियां में पोस्टर जारी किए, जिसमें हिज्ब के डिवीजनल कमांडर रियाज नायकू को पुलिसकर्मियों की हत्या पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। इन पोस्टरों में कहा गया है कि आतंकी जहूर ठोकर का भाई सीमा सशस्त्र बल में कार्यरत है। वहीं 12 लाख रुपये के इनामी आतंकी जीनत उल इस्लाम का भाई जम्मू-कश्मीर पुलिस में है। इसके अलावा और कई आतंकियों के परिजन विभिन्न सरकारी संगठनों में काम करते हैं। पुलवामा-शोपियां टाइगर्स ने अपने पोस्टर में रियाज को धमकाते हुए कहा है कि अगर उसने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाना बंद नहीं किया तो वे हिज्ब के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देंगे।
दूसरे दिन भी जारी रहा इस्तीफे का दौर
दक्षिण कश्मीर में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के पुलिस संगठन से इस्तीफे की घोषणा का दौर जारी रहा। हालांकि, अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन छह एसपीओ ने नौकरी छोड़ने का एलान किया है।
इसी बीच, प्रशासन ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और कुलगाम के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया है। गौरतलब है कि शुक्रवार को शोपियां में आतंकियों ने तीन पुलिसकर्मियों को अगवा कर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद पुलिस संगठन से एसपीओ और पुलिसकर्मियों के इस्तीफे की घोषणा का दौर शुरू हो गया था।
सोशल मीडिया के साथ मस्जिदों में
सोशल मीडिया पर ही नहीं स्थानीय मस्जिदों में भी जाकर एसपीओ ने इस्तीफे का एलान किया था। सूत्रों ने बताया कि अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम व शोपियां में छह एसपीओ ने नौकरी छोड़ने की घोषणा की है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इससे इनकार करते हुए कहा कि उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं है। वहीं सूत्रों ने बताया कि स्थानीय मस्जिदों में जाकर या फिर सोशल मीडिया पर ही एसपीओ ने अपने इस्तीफे का एलान किया है। भविष्य में दोबारा पुलिस के साथ किसी तरह का वास्ता न रखने का यकीन दिलाया है।
पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में इंटरनेट सेवा ठप
इस बीच, प्रशासन ने शोपियां, पुलवामा और कुलगाम के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है। इंटरनेट को बंद करने के कारणों का कोई भी अधिकारी पर्दाफाश करने को तैयार नहीं है। जबकि सूत्रों ने बताया कि यह कदम सोशल मीडिया पर आतंकियों की धमकियों और एसपीओ व पुलिसकर्मियों के इस्तीफे की सच्ची-झूठी खबरों को रोकने व हालात को काबू रखने के लिए उठाया गया है।