Move to Jagran APP

सरसों के खेत में छुपाई थी नशे की खेप

जागरण संवाददाता, जम्मू : पड़ोसी देश पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में पहुंचाई गई नशे की खेप क

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jan 2018 03:01 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jan 2018 03:01 AM (IST)
सरसों के खेत में छुपाई थी नशे की खेप
सरसों के खेत में छुपाई थी नशे की खेप

जागरण संवाददाता, जम्मू : पड़ोसी देश पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में पहुंचाई गई नशे की खेप को योजनाबद्ध तरीके से छुपा कर ले जाया जा रहा था। पुलिस जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि मादक पदार्थ हेरोईन की खेप को जबर सिंह ने अपने सरसों के खेप में छुपा कर रखा था।

loksabha election banner

जबर पेशे से खौड़ कस्बे में कपड़े की छोटी सी दुकान करता है, ने जीरो लाइन के पार पाकिस्तानी बॉर्डर के नजदीक सरसों को उगाने के लिए भूमि ठेके पर ली है। जीरो लाइन होने के चलते सेना ने वहां तारबंदी की हुई है। उस भूमि पर जाने के लिए ग्रामीणों को सेना की इजाजत लेनी पड़ती है। जबर कुछ दिनों से लगातार उस भूमि पर सरसों उगाने के नाम पर तारबंदी को पार कर पाकिस्तानी सीमा के नजदीक पहुंच जाता था। इसी दौरान वह पाकिस्तानी मादक तस्करों के संपर्क में आया था। जिन्होंने उसे हेरोईन के पैकेट सौंपे थे। झंकार सिंह और राजू सिंह उसी के साथ खेत में काम करते थे। हेरोईन के दो पैकेटों को पुलिस ने जबर ंिसह के सरसों के खेत से बरामद किया, जिसे उसने भूमि के अंदर दबाकर छुपा दिया था। जबकि तीन पैकेट को जबर ने अपने घर की छत पर छुपाया हुआ था। सरसों के खेत से घर पर हेरोईन के पैकेट पहुंचाने के लिए उसने खेत से काटे गए भूसे के बंडल में हेरोईन के पैकेट छुपा कर लाए थे। वहीं, सीमापार से तस्करों ने उन्हें निर्देश दिए थे कि दो लोग सेंट्रो कार में वीरवार को उसके गांव में हेरोईन के दो पैकेट लेने के लिए आएंगे। तस्करों के निर्देश पर जबर सिंह ने मुहम्मद रफीक और सोम नाथ को हेरोईन सौंपी थी। रास्ते में अखनूर पहुंचते ही पुलिस ने कार सवार दोनों तस्करों को दबोच लिया था।

------

सांबा के घग्वाल से दो और काबू

सीमापार से चल रहे नशे के रैकेट की सभी परतें अब खुलने लगी हैं। जम्मू पुलिस ने हेरोईन के साथ दबोचे गए पांचों युवकों के खुलासे से सांबा के घग्वाल से दो और युवकों को दबोचा है। नशे के नेटवर्क में कई युवाओं के शामिल होने की आशंका है। इस नेटवर्क में जबर सिंह और उसके साथियों झंकार सिंह व राजू सिंह को नशे की खेप को अंतरराष्ट्रीय सीमा से सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने का जिम्मा दिया गया था। इसके बाद मुहम्मद रफीक व सोमनाथ को इस खेप को खौड़ से सांबा तक पहुंचाना था। जहां सांबा से पंजाब तक पहुंचाने का जिम्मा तीसरे गुट का था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.