कश्मीर के बर्खास्त कर्मी बहाल, जम्मू के नहीं
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कुछ महीने पूर्व नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने स्थायी करने की मांग को लेकर
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कुछ महीने पूर्व नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने स्थायी करने की मांग को लेकर हड़ताल की थी। हड़ताल पर गए कुछ कर्मचारियों को राज्य प्रशासन ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त हुए कर्मचारियों में से कश्मीर वालों को तो बहाल कर दिया, लेकिन जम्मू के कर्मचारियों को बहाल करने से पूरी तरह से इंकार कर दिया। इसे लेकर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। उन्होंने राज्यपाल प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
प्रशासन ने जम्मू संभाग में जम्मू जिले में छह, कठुआ में 14, राजौरी में 9, पुंछ में 8, रियासी में 65, ऊधमपुर में 6, डोडा में 51 और किश्तवाड़ में 202 कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। वहीं, कश्मीर में 41 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया। बांडीपोरा, कुपवाड़ा, श्रीनगर और लेह में बर्खास्त किए गए सभी कर्मचारियों को बहाल कर दिया गया, परंतु जम्मू में किसी को भी बहाल नहीं किया गया। इससे कर्मचारियों में गुस्सा है। रविवार को इन कर्मचारियों ने एक पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि जम्मू के कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। कश्मीर के कर्मचारियों को तो नौकरी पर रख लिया गया, लेकिन जम्मू के कर्मचारियों की कोई नहीं सुनता। एसोसिएशन के प्रधान रोहित सेठ ने कहा कि उन्होंने हड़ताल सरकार द्वारा लिखित में किए गए समझौते को लागू करवाने के लिए की थी। राज्यपाल प्रशासन के अनुरोध पर वह काम पर लौटे थे, मगर उनके साथ धोखा हुआ। उन्होंने कहा कि वे भाजपा के कई नेताओं से भी मिले, मगर उन्होंने भी कुछ नहीं किया। उन्होंने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से अनुरोध किया कि उन्हें बहाल करने के लिए वे स्वयं हस्तक्षेप करें।