J&K: बर्फबारी व बारिश ने बरपाया कहर, हिमस्खलन में दो की मौत, दो लापता, कई क्षेत्रों में भूस्खलन
बर्फबारी के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जवाहर टनल के पास हिमस्खलन हुआ है। मौसम खराब होने के कारण इस मार्ग पर सोमवार से ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में पिछले 24 घंटों से जारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा संभाग के कई पहाड़ी जिलों के मुख्य मार्ग पर भूस्खलन होने के कारण यातायात ठप हो गया है। जवाहर टनल की कांजीगुंड की ओर से दोनों ट्यूब पर हिमस्खलन होने से उसमें कई वाहन फंस गए। बचाव दल ने मौके पर पहुंच बचाव कार्य शुरू कर वाहनों को निकाला लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा। वहीं शाम 3.00 बजे के करीब जिला रामबन के गांव त्रिगम में हुए भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि दो लापता हैं। मरने वालों में मोहम्मद रफी पुत्र गुलाम कादिर, सुमेरना पुत्री मुख्तयार अहमद शामिल हैं। लापता होने वालों में फत्त बेगम पत्नी सुरख अहमद, तेजा बेगम पत्नी मरगोब शामिल हैं। यह सभी गांव त्रिगांव के निवासी हैं।
यही नहीं नदी-दरियाओं में बढ़ता जलस्तर और भूस्खलन की घटनाएं देख जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर साथ लगते इलाकों में सरकारी व निजी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है। श्री माता वैष्णो देवी भवन सहित यात्रा मार्ग पर भी भारी बर्फबारी हुई है। सुबह जारी बर्फबारी के बाद मां का भवन, सांझी छत, भैरव घाटी बर्फ की सफेद चादर में लिपटी नजर आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार 23 जनवरी से मौसम में सुधार होने की संभावना है। जम्मू, श्रीनगर, लेह हवाई सेवा भी प्रभावित हुई। वहीं खराब मौसम के चलते लंबी दूरी की रेल गाडि़यों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
सोमवार सुबह से जारी बर्फबारी के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जवाहर टनल के पास हिमस्खलन हुआ है। हालांकि मौसम खराब होने के कारण इस मार्ग पर सोमवार से ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। हिमस्खलन के कारण जवाहर टनल की काजीगुंड की ओर से दोनों ट्यूब बंद हो गई हैं। टनल में कई वाहन फंस गए। बचाव दल ने मौके पर पहुंच टनल में फंसे लोगों को बाहर निकाला। जवाहर टनल बंद होने के कारण दोनों ओर से सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। इसके अलावा इसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीरां रामबन में भी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। बीआरओ के कर्मचारी मलवे को रोड से हटाने का काम जारी था। ट्रैफिक विभाग ने मौसम साफ होने तक लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर न निकलने की सलाह दी है। उनका कहना है कि बर्फबारी व बारिश के कारण मार्ग पर काफी फिसलन हो गई है। इसके अलावा लेह-श्रीनगर और मुगलरोड बर्फबारी की वजह से पिछले डेढ़ महीने से बंद है। इसबर्फबारी के बाद इन मागोंZ के जल्द खुलने की संभावना खत्म हो गई है।
किश्तवाड़-अस्सर, रामनगर-ऊधमपुर मार्ग भी बंद
किश्तवाड़ भी सीजन की पहली बर्फबारी से सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है। बर्फबारी और बारिश के चलते बटोत-किश्तवाड़ राजमार्ग पर मलवा गिरने व बर्फबारी से सड़क पर फिसलन बढ़ जाने से उसे यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। यही नहीं किश्तवाड़ के अस्सर क्षेत्र में हुए हिमस्खलन के बाद उस मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। यही नहीं राष्ट्रमार्ग से जुड़ते कई मार्ग भी बारिश के चलते बंद कर दिए गए हैं। ऊधमपुर-रामनगर मार्ग पर स्थित कघोट इलाके में मुख्य मार्ग पर चट्टाने गिरने से मार्ग बदं हो गया है। मार्ग पर अभी भी भूस्खलन होने की आशंका बनी हुई है। बारिश के बाद ही मार्ग को खोलने का काम शुरू किया जाएगा।
ऊधमपुर में भारी बारिश के बाद स्कूल बंद
उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में जारी बर्फबारी और बारिश के बाद मौसम की भविष्यवाणी को देखते हुए जिला ऊधमपुर प्रशासन ने सभी निजी व सरकारी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने कहा कि तवी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की सूचनाएं भी मिल रही हैं। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
सफेद चादर से ढका मां वैष्णो देवी का दरबार
श्री माता वैष्णो देवी के दरबार, सांझीछत और भैरव घाटी में हुई भारी बर्फबारी के बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हैल्लीकॉप्टर, केबल कार और बैटरी कार सेवा बंद कर दी है। वैष्णो देवी भवन के साथ ही आसपास के क्षेत्र में सुबह से बर्फबारी हो रही है। वैष्णो देवी मंदिर के साथ भैरव घाटी, सांझी छत सहित यात्रा मार्ग बर्फ की सफेद चादर में लिपटा हुआ है। मां वैष्णो देवी के दर्शनों को पहुंच रहे श्रद्धालुओं की खुशी का ठिकाना नहीं है। एक और जहां वैष्णो देवी भवन पर करीब छह इंच हिमपात दर्ज किया गया तो वहीं सांझी छत करीब पौना फुट, हिमकोटी आधा फुट, भैरव घाटी एक फुट तथा मां वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत की ऊंची चोटी पर 2 से 3 फुट हिमपात दर्ज किया गया। मौसम फिलहाल लगातार बिगड़ा हुआ है। अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो और ज्यादा हिमपात हो सकता है।
बुधवार से होगा मौसम में सुधार
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर से मिली जानकारी अुनसार बुधवार से मौसम में सुधार होने लगेगा। मंगलवार दोपहर बाद से पश्चिमी विक्षोभ सिस्टम कमजोर होने लगा था। जम्मू में पिछले 24 घंटों में 43.7 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। तापमान सामान्य से नीचे 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस रहा। श्रीनगर का अधिकतम तापतान 3.1 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान -0.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पहलगाम का अधिकतम तापमान ऋ.4 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान -0.2 जबकि गुलमर्ग का अधिकतम तापतान -1.0 न्यूनतम तापमान -4.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कारगिल का अधिकतम तापमान 1.8 न्यनूतम तापमान -12.2 डिग्री सेल्सियस रहा। लेह का अधिकतम तापमान 7.0 जबिक न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस रहा। बनिहाल का अधिकतम तापमान 1.1 न्यूनतम तापमान -0.1 डिग्री सेल्सियस किया गया। यहां 57 एमएम बारिश दर्ज की गई। बटोत में सबसे ज्यादा 88 एमएम बारिश हुई। अधिकतम तापमान 1.1, अधिकतम तापमान -2.1 डिग्री सेल्सियस रहा। कटड़ा में पिछले 24 घंटों में 48.6 डिग्री एमएम बारिशस रिकार्ड की गई। अधिकतम तापमान 8.1 जबिक न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा। भद्रवाह का अधिकतम तापमान 1.0 जबिक न्यूनतम तापमान -0.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां 62.8 एमएएम बारिश दर्ज की गई।