कारगिल युद्ध के बलिदानी हवलदार कुलबीर को किया याद
संवाद सहयोगी रामगढ़ कारगिल युद्ध के बलिदानी हवलदार कुलबीर सिंह के 22वें शहीदी दिवस पर
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : कारगिल युद्ध के बलिदानी हवलदार कुलबीर सिंह के 22वें शहीदी दिवस पर शनिवार को श्रद्धांजलि देकर उनके स्मारक पर श्रद्धा के फूल अर्पित किए गए। छह जुलाई 1999 को कारगिल की टाइगर हिल चोटी को फतेह करते हुए आठ सिख रेजीमेट के इस जांबाज हवलदार ने शहादत पाई थी। रामगढ़ के गांव कौलपुर निवासी इस वीर जवान शहीद हवलदार कुलबीर सिंह पुत्र स्व. तारा सिंह की शहादत का दिन छह जुलाई है, लेकिन शहीद परिवार व स्मारक समिति की तरफ से उनका शहीदी दिवस छह मार्च को मनाने की तिथि निर्धारित की गई है। अकसर छह जुलाई को बरसात के मौसम का आगाज हो चुका होता है। शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि की रस्में निभाने में मुश्किलें बनती आई हैं। पिछले करीब पांच साल से शहीदी दिवस की रस्मों को परंपरागत तरीके से निभाया जा रहा है।
श्रद्धांजलि समारोह में पूर्व मंत्री जेके अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता स. मंजीत सिंह मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रादेशिक प्रधान स. हरपिदर सिंह ने भी श्रद्धा के फूल अर्पित किए। पूर्व मंत्री जेके अपनी पार्टी के नेता मंजीत सिंह ने कहा कि चाहे कारगिल युद्ध हो या देश के भीतर चल रही आतंकवाद के खिलाफ लडाई, इसमें हमारे सैनिकों, पैरा मिलिट्री व पुलिस जवानों ने अपनी वीरता का परिचय देकर देश की आन को बरकरार रखा है। इस मौके पर शबद कीर्तन व अखंड पाठ भोग का भी आयोजन किया गया, जिसमें संगत ने शरीक होकर शहीद को नमन किया। बेटे को श्रद्धासुमन अर्पित करते भर आई आंखें
कारगिल युद्ध के बलिदानी हवलदार कुलबीर सिंह के 22वें शहीदी दिवस पर उनकी माता जगीर कौर, पूर्व सैनिक भाई बलबीर सिंह कारगिल युद्ध नायक, कप्तान सिंह, मस्तान सिंह, जसबीर सिंह सहित दो बहनें जोगिद्र कौर, स्वर्ण कौर सहित सगे संबंधियों ने श्रद्धा के फूल अर्पित किए। बेटे के स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचीं माता जगीर कौर की आंखों में आज भी पुत्र वियोग का दुख साफ झलकता है। शहीद बेटे की प्रतिमा पर फूल चढ़ाते हुए माता जगीर कौर व अन्य परिवारिक सदस्यों की आंखें नम रहीं। स्मारक समिति सदस्य अध्यक्ष कैप्टन मंजीत सिंह, प्रधान गुरबख्श सिंह, सरपंच जसबीर सिंह, नंबरदार राजा सिंह, पूर्व सूबेदार नसीब सिंह ने पुष्पांजलि भेंट की।