पर्यावरण बचाने को रिटायर्ड शिक्षक चालीस वर्ष से दिन रात कर रहा मेहनत
शिक्षा विभाग में अध्यापक के पद पर रह कर भी व रिटायर्ड होने के बाद भी महाराजकर सिंह ईशर आज भी बच्चों, पर्यावरण को बचाने व साफ सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए दिन रात डटे हुए हैं। हर रोज महाराजकर सिंह ईशर किसी न किसी स्कूल में विद्यार्थियों को जागरूक करते हैं।
राजौरी, गगन कोहली। शिक्षा विभाग में अध्यापक के पद पर रह कर भी व रिटायर्ड होने के बाद भी महाराजकर सिंह ईशर आज भी बच्चों, पर्यावरण को बचाने व साफ सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए दिन रात डटे हुए हैं। लगभग हर रोज महाराजकर सिंह ईशर किसी न किसी स्कूल में जाकर कुछ समय के लिए विद्यार्थियों को जागरूक करते हैं।
इतना ही नहीं महाराजकर सिंह ईशर को पेंशन के पैसे जो मिलते हैं वह उससे गरीब बच्चों को किताबें, वर्दी आदि भी भेंट करते हैं, ताकि बच्चें पढ़ाई परेशानी के पूरा कर सकें। चालीस वर्ष से वह इस कार्य में जुटे हुए हैं। जिस समय आतंकवाद नहीं था उस समय महाराजकर सिंह युवाओं के साथ साथ स्कूलों के विद्यार्थियों को लेकर ट्रैकिंग पर निकल जाते थे और वहां सभी को पर्यावरण का संदेश देते थे।
स्कूलों में जाकर बच्चों को कर रहे जागरूक:
शिक्षक पद से रिटायर्ड महाराजकर सिंह प्लास्टिक के उपयोग करने से सख्त खिलाफ हैं। वह स्कूलों में जाकर बच्चों को बताते है कि कोई भी प्लास्टिक के कप प्लेट का उपयोग न करे न ही खुद इनमें कुछ खाए पीए और न ही किसी को खाने के लिए दें। वह बच्चों से मिलकर उन्हें स्कूल में सफाई रखने के लिए जागरूक करते हैं। फिर उन्हें कहते हैं कि इसी तरह की साफ सफाई अपने घरों व आसपास के क्षेत्रों में भी मिलकर करनी है।
गरीब बच्चों को किताबों से लेकर वर्दी तक देते हैं। महाराजकर सिंह स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब परिवारों के बच्चे जो किताबें, कापी व वर्दी नहीं ले सकते वह अपनी पेंशन के पैसे से इन बच्चों को हर जरूरत का सामान लेकर देते हैं। ताकि यह बच्चे भी अन्य बच्चों की तरह स्कूलों में आकर अपनी पढ़ाई हासिल कर सके। यह कार्य भी महाराजकर सिंह पिछले काफी समय से करते आ रहे हैं। इससे सारा समाज जागरूक होना चाहिए।
पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में जरूरी है सभी की भागीदारी
महाराजकर सिंह कहते है कि जिस तरह से जंगलों की कटाई हो रही है, नदी नालों में कूड़ा कचरा डाला जा रहा है। यह पर्यावरण को काफी हद तक दूषित कर रहा है। सभी को मिलकर पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आना होगा। पर्यावरण को सुरक्षित बनाना होगा। अगर पर्यावरण दूषित रहेगा तो इंसान का इस धरती पर जीना मुश्किल हो जाएगा यह बात सभी को समझनी चाहिए और एक जुट होकर पर्यावरण को बचाने के लिए कार्य करना चाहिए।