सैन्य शिविर पर आतंकियों का ग्रेनेड हमला नाकाम
सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मुहम्मद के तीन आतंकियों के छिपे होने पर जाफरान कॉलोनी, पांपोर में कासो (घेराबंदी कर तलाशी लेना) चलाया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सोमवार को आतंकियों ने सेना की 55 राष्ट्रीय राइफल (आरआर) के शिविर पर अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) से हमला किया, लेकिन नाकाम रहे। शाम करीब पौने छह बजे बानूरा गांव में स्थित सेना की 55 आरआर के शिविर को उड़ाने के लिए आतंकियों ने यूबीजीएल ग्रेनेड दागा।
ग्रेनेड शिविर के बाहर गिरकर फट गया। इसमें किसी प्रकार का नुक्सान नहीं हुआ। स्थानीय लोगों के मुताबिक आतंकियों ने यूबीजीएल हमला नाकाम होने के बाद राइफलों से भी शिविर पर गोलियां दागीं। शिविर के बाहरी गेट पर तैनात संतरी व अन्य जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी भाग निकले। सुरक्षाबलों ने शिविर के आसपास के इलाकी की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।
पांपोर में तीन आतंकी छिपे, चला कासो
सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मुहम्मद के तीन आतंकियों के छिपे होने पर जाफरान कॉलोनी, पांपोर में कासो (घेराबंदी कर तलाशी लेना) चलाया। दोपहर को सुरक्षाबलों को पता चला कि तीन आतंकी पांपोर से सटी जाफरान कॉलोनी में अपने किसी संपर्क सूत्र के पास आए हैं। सुरक्षाबलों ने जाफरान कॉलोनी में एक घंटे तक सभी मकानों की तलाशी ली। सुराग नहीं मिलने पर कासो समाप्त कर दिया।
सूत्रों की मानें तो आतंकी कासो शुरू होने से पहले ही निकल गए थे। इसी बीच शोपियां से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार देर रात गए सेना की 34 आरआर ने सीआरपीएफ व पुलिस के जवानों के साथ कुंडलन गांव में आतंकी छिपे होने पर कासो चलाया था।
आतंकी समर्थकों ने विरोध करते हुए सुरक्षाबलों पर पथराव किया। इसमें शकूर अहमद डार नामक युवक घायल हो गया। बाद में सुरक्षाबलों ने कासो समाप्त कर दिया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि गांव में किसी ने पथराव नहीं किया था। जवानों ने शकूर अहमद डार की उसके घर में घुसकर पिटाई कर दी। फिलहाल, वह शेर-ए-कश्मीर आयुíवज्ञान संस्थान सौरा में उपचाराधीन है।