Darbar Move: श्रीनगर में इस बार नहीं होगा दरबार मूव, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिया फैसला
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार ने इस बार गर्मियों में होने वाले दरबार मूल के फैसले को स्थगित करने का निर्णय लिया है। जम्मू में सरकार का दरबार 30 अप्रैल को बंद होकर श्रीनगर में 10 मई को शुरू होना था।
जम्मू, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार ने इस बार गर्मियों में होने वाले दरबार मूल के फैसले को स्थगित करने का निर्णय लिया है। इससे पहले जम्मू में सरकार का दरबार 30 अप्रैल को बंद होकर श्रीनगर में 20 मई को शुरू होना था।
हालांकि आज 15 अप्रैल से जम्मू सचिवालय में ई आफिस व्यवस्था भी शुरू हो चुकी है। इससे अब सारी फाइलों को डिजिटल स्वरूप दिया गया है। सरकार की ओर से जम्मू कश्मीर में ई व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए गत 12 अप्रैल को सरकारी विभागों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रेनिंग भी पूरी कर ली गई थी। इसमें जम्मू कश्मीर नागरिक सचिवालय के करीब दो हजार से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया था। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि इस बार दरबार मूव को श्रीनगर ले जाते समय फाइलों के भारी बोझ को जम्मू में ही छोड़ देना था जबकि कुछ विभागों की गोपनीय फाइलां को दरबार मूव क साथ ले जाने की योजना थी।
एलजी कार्यालय की ओर से ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी गई है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने दरबार मूव के फैसले को इस बार स्थगित करने का निर्णय लिया है। चूंकि अब ई आफिस व्यवस्था शुरू हो चुकी है। ऐसे में जम्मू और श्रीनगर में स्थित नागरिक सचिवालय में कामकाज प्रभावित नहीं होगा और दोनों जगह पर नागरिक सचिवालय का कामकाज सुचारू रहेगा।
वीरवार को मुख्य सचिव वीबीआर सुब्रामाण्यम की अध्यक्षता में जम्मू सचिवालय में दरबार मूव को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में दरबार मूव को टालने का फैसला लिया गया। पहले हुए फैसले के तहत जम्मू में 30 अप्रैल को सरकार का दरबार बंद होकर 10 मई को श्रीनगर में खुलना था। अब जम्मू में दरबार बंद नही होगा, सिर्फ कश्मीर के कर्मचारी ही जाएंगे।दरबार मूव को टालने के इस फैसले से प्रदेश में ई गवर्नेंस के दाैर में दरबार मूव के भविष्य का भी अंदाजा हो जाएगा।
प्रदेश में यह पुरानी मांग हैकि दरबार को ढ़ाेने की प्रक्रिया बंद कर कश्मीर के कर्मचारी स्थायी रूप से श्रीनगर सचिवालय से व जम्मू संभाग के कर्मचारी जम्मू से कामकाज करें। अब कोरोना के कारण ही सही,आनलाइन कामकाज की व्यवस्था दोनों सचिवालयों में दूरियां खत्म हो गई।उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि कोविड के मामलों में तेजी को देखते हुए सचिवालय के सामने भी एक बड़ी चुनौती है। सचिवालय में ई व्यवस्था में कामकाज शुरू होने के मद्देनजर इस बार दरबार मुंह को टालने का फैसला लिया गया। सचिवालय श्रीनगर व जम्मू से उचित स्टाफ के साथ काम करता रहेगा। उपराज्यपाल ने ट्वीट किया है कि ई व्यवस्था में फाइलों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मूव किया जाएगा। ऐसे में दरबार मूव टालने के बाद भी सचिवालय के कामकाज पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।