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Kashmir Pandit: वादी में कश्मीरी पंडित लगाएं स्टार्टअप, सहयोग करेगी सरकार, जल्द फाइनल होगा प्रारूप

घाटी में इस समय भी कुछ कश्मीरी पंडित अपने कारखाने व अन्य स्वराेजगार इकाइयां चला रहे हैं। कुछ होटल इंडस्ट्रीज में भी हैं। प्रदेश प्रशासन ने भी केंद्र सरकार से इस संदर्भ में एक आग्रह किया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 12 Sep 2020 05:40 PM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2020 07:20 PM (IST)
Kashmir Pandit: वादी में कश्मीरी पंडित लगाएं स्टार्टअप, सहयोग करेगी सरकार, जल्द फाइनल होगा प्रारूप
Kashmir Pandit: वादी में कश्मीरी पंडित लगाएं स्टार्टअप, सहयोग करेगी सरकार, जल्द फाइनल होगा प्रारूप

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। विस्थापित कश्मीरी पंडितों की वापसी और उनके पुनर्वास को गति देने के लिए केंद्र सरकार अब कश्मीरी पंडितों को वादी में स्वरोजगार इकाइयां और स्टार्टअप स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। केंद्र सरकार ने इस सिलसिले में उद्योग एवं वाणिज्य, वित्त और गृह मंत्रालय के अधिकारियों को आपसी समन्वय के आधार पर व्यावहारिक कार्ययोजना का प्रारूप तैयार करने को कहा है।

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जम्मू कश्मीर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक साल के दौरान विभिन्न विस्थापित कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल संग बातचीत में कश्मीरी पंडित युवाओं में उद्यमशीलता और स्टार्टअप की भावना को प्रोत्साहित करने का विषय चर्चा में रहा है। उन्होंने बताया कि पंडितों की वापसी के लिए केवल सरकारी रोजगार पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। कश्मीरी पंडितों की घाटी की अर्थव्यवस्था में भूमिका बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस समय भी कुछ कश्मीरी पंडित अपने कारखाने व अन्य स्वरोजगार इकाइयां चला रहे हैं। कुछ होटल इंडस्ट्रीज में भी हैं।

उन्होंने कहा कि पंडित युवाओं को वादी में स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने से समुदाय की वापसी और पुनर्वास की प्रक्रिया को गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि कश्मीरी पंडित संगठन भी युवाओं को औद्योगिक इकाइयां और रोजगार शुरू करने के लिए पैकेज देने की मांग उइाते रहे हैं। जम्मू कश्मीर प्रशासन भी वादी के हर जिले में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित कर रहा है।

केंद्रीय वित्तमंत्री के समक्ष उठाया था मसला: जेएंडके पीस फोरम के अध्यक्ष सतीश महालदार ने कहा कि बीते दिनों वित्तमंत्री सीतारमन के साथ वेबिनार में भी हमने यह मुद्दा उठाया था। हमने कहा कि वह कश्मीरी पंडित युवाओं को उद्योग लगाने के लिए कोई विशेष पैकेज प्रदान करें। इससे वादी में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और कश्मीरी पंडितों व कश्मीरी मुस्लिमों के बीच एक बार फिर कारोबारी रिश्ते भी बनेंगे। इससे अंतत: पंडितों की वापसी लायक अनुकूल माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी।

हम भी सहयोग को तैयार : चैंबर

कश्मीर चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मोहम्मद आशिक शेख ने कहा कि कश्मीर में उद्योग एवं व्यापार जगत को केंद्र से एक विशेष आर्थिक पैकेज चाहिए। कश्मीरी पंडित समुदाय के युवाओं की मदद के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। केंद्र व राज्य सरकार को इस दिशा में सभी संबधित पक्षों से बातचीत कर एक व्यावहारिक पैकेज तैयार करे।


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