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गुज्जर परिवारों का पुनर्वास नहीं करने पर सरकार को आंदोलन की चेतावनी

विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध करते हुए प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर उनका पुनर्वास नहीं किया गया तो एक बड़ा आंदोलन शुरू हो जाएगा और यह जम्मू शहर तक सीमित नहीं रहेगा।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 11:13 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 11:13 AM (IST)
गुज्जर परिवारों का पुनर्वास नहीं करने पर सरकार को आंदोलन की चेतावनी
वीरवार को लगातार तीसरे दिन भी क्षेत्र में तनाव का माहौल रहा।

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू विकास प्राधिकरण (जेडीए) की तरफ से रूपनगर के सेक्टर-6 में चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कई गुज्जर परिवारों के घर भी गिराए गए थे। विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध करते हुए प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर उनका पुनर्वास नहीं किया गया तो एक बड़ा आंदोलन शुरू हो जाएगा और यह जम्मू शहर तक सीमित नहीं रहेगा। वीरवार को लगातार तीसरे दिन भी क्षेत्र में तनाव का माहौल रहा।

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पीड़़ित परिवारों के साथ लोग मौके पर बैठे रहे। विभिन्न नेताओं ने उपराज्यपाल से अपील की कि बिना देरी इन परिवारों का पुनर्वास करें। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उपप्रधान हमीद चौधरी का कहना है कि गुज्जर परिवारों के साथ सरकार ने अन्याय किया है। पिछली तीन पीढिय़ों से परिवार इस जमीन पर रह रहे हैं और आज जेडीए अचानक आकर उन्हें बेघर कर देता है। उनके मकान तोड़ दिए जाते हैं। जेडीए बाद में बना है और लोग पहले से रह रहे हैं। इतना ही नहीं कइयों की गिरदावरी भी है। ऐसे में सरकार की जिम्मेवारी बनती है कि कोई भी गलती से बर्बाद न हो। लिहाजा इन परिवारों का पुनर्वास होना चाहिए।

अतिक्रमण हटाना बुरी बात नहीं लेकिन अतिक्रमण की आड़ में समुदाय विशेष को निशाना बनाया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो पूरे जम्मू-कश्मीर में इसे लेकर एक आंदोलन छेड़ा जाएगा। गौरतलब है कि जेडीए ने मंगलवार को रूपनगर के सेक्टर 6 में 41 कनाल जमीन खाली करवाते हुए मकानों समेत 17 कच्चे-पक्के ढांचे तोड़े थे। इसके विरोध में बुधवार लोगों ने जानीपुर मार्ग को घंटों बंद कर प्रदर्शन किया था।

देश के विभाजन के समय से यहां रह रहे हैं लोग : एडवोकेट जुल्फिकार नैन ने कहा कि जब देश का बंटवारा हुआ था, तब से गुज्जर परिवार रूपनगर में रह रहे हैं। पहले कच्चे मकान थे। बाद में अपनी मेहनत की कमाई से इन्होंने पक्के मकान बनाए। अब जब उनकी जिंदगी में कुछ राहत थी तो जेडीए ने इन परिवारों को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया। इसमें इन लोगों की कोई गलती नहीं है। अगर कुछ गलत था तो पहले बताया जा सकता था। ऐसा नहीं हुआ। कालोनी बनाकर पैसे जमा करने में जुटा जेडीए इंसानियत भी भूल गया है। इन लोगों का पुनर्वास हर हाल में होना चाहिए।

भाजपा पर जम्मू कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप : युवा नेता वीरेंद्र ङ्क्षसह सोनू ने कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ कर राजनीतिक रोटियां सेकने का खेल खेलने जा रही है, जो यहां के राष्ट्रवादी लोगों को पसंद नहीं। गुज्जर-बक्करवाल कांफ्रेंस के राज्य प्रधान हाजी यूनुस ने कहा कि गुज्जर समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसा नहीं होता तो बहुत से क्षेत्रों में अवैध कब्जे हैं। इतना ही नहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल ङ्क्षसह ने भी जमीन पर कब्जा किया है, जो साबित भी हो चुका है, लेकिन कुछ नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक गुज्जर परिवारों का पुनर्वास नहीं होता, आंदोलन नहीं रुकने वाला। उन्होंने कहा कि जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर जानीपुर और अखनूर मार्ग को बंद कर रोष जताया जाएगा।


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