Jammu Kashmir: बैक-टू-विलेज के तीसरे चरण को सफल बनाने के लिए सरकार तैयार, 2 अक्टूबर से शुरु होगा अभियान
आज ट्रेनिंग का काम समाप्त होने के बाद एक अक्टूबर का दिन अधिकारियों के लिए संबंधित जिलों गांवों में पहुंचने को लेकर होगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि हर हाल में बैक टू विलेज के तीसरे चरण को सफल बनाएंगे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में बैक टू विलेज के तीसरे चरण को सफल बनाने के लिए सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। इस अभियान में 655 वरिष्ठ अधिकारी गांवों में डेरा डालेंगे। इनमें आईएएस, आईएफएस, केएएस समेत अन्य अधिकारी शामिल है। इन वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा तहसील, ब्लाक स्तर के अधिकारी भी शामिल होंगे।
अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम बुधवार शाम को समाप्त हो जाएगा। बैक टू विलेज का तीसरा चरण दो अक्टूबर से शुरु हो रहा है जो 12 अक्टूबर तक चलेगा। इसके लिए अधिकारियों को गांवों में उपस्थित रह कर लोगों की समस्याओं को सुन कर समाधान करना होगा। 24 आईएएस अधिकारियों को जिला अलाट कर दिए गए है। इनमें अरुण कुमार मेहता को बारामुला, अटल डुल्लु को जम्मू, शालीन काबरा को पुलवामा, बिपुल पाठक को राजौरी, धीरज गुप्ता को बारामुला, असगर सेमून को बांडीपोरा, नवीन कुमार चौधरी को कठुआ, पवन कोतवाल को ऊधमपुर, रोहित कंसल को शोपियां, शैलेंद्र कुमार को पुंछ, मनोज कुमार द्विवेदी को गांदरबल, हृदेश कुमार को राजौरी, सरिता चौहान को अनंतनाग, एम राजू को रियासी, शीतल नंदा को बड़गाम, यशा मुदग्ल को किश्तवाड़, सिमरनदीप सिंह को कुलगाम, सरमद हफीज को सांबा, रमेश कुुमार को रियासी, सैयद आबिद शाह को रामबन, मोहम्मद एजाज को श्रनीगर, विकास कुंडल को कुपवाड़ा, एवनी लवासा को रियासी जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। कुल 604 अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
आज शाम बुधवार को ट्रेनिंग का काम समाप्त होने के बाद एक अक्टूबर का दिन अधिकारियों के लिए संबंधित जिलों, गांवों में पहुंचने को लेकर होगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि हर हाल में बैक टू विलेज के तीसरे चरण को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। इसका मकसद यह है कि सरकार हर हाल में लोगों के घर तक पहुंच उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। बैक टू विलेज में गांवों के विकास प्रोजेक्टों पर जोर रहेगा।
वहीं दूसरी तरफ कई इलाकों में लोग इस अभियान का यह कहते हुए विरोध कर रहे हैं कि बैक टू विलेज के दूसरे चरण में कई कार्य आज तक पूरे नहीं हुए। अगर सिर्फ वायदे ही किए जाने है तो फिर इस कार्यक्रम का क्या फायदा। पिछले दिनों जम्मू के कुछ गांवों के लोगों ने बैक टू विलेज कार्यक्रम को लेकर यह कहते हुए प्रदर्शन किया है कि जो वायदे दूसरे चरण के कार्यक्रम के दौरान किए गए थे, उनको तो पूरा नहीं किया गया। अब तीसरे चरण का क्या फायदा है।
इसके लिए विपक्षी दल भी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं। बैक टू विलेज के दूसरे चरण के दौरान भी विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला बाेलते हुए कहा था कि लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। अब सरकार की तैयारी हे कि बैक टू विलेज के तीसरे चरण के कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। उपराज्यपाल भी कुछ गांवों का दौरा कर लोगों से संवाद करेंगे।