Jammu Kashmir: विदेश यात्र छिपाने की 400 शिकायतें मिली, 200 सही पाईं, 150 क्वारंटाइन भेजे
जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि अपील के बावजूद लोग अपनी विदेश यात्र का खुलासा नहीं कर रहे हैं। यह लोग पूरे समाज को खतरे में डाल रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कोरोना वायरस के खतरे के प्रति बढ़ती जागरूकता के बीच वादी में लोगों ने विदेश यात्र छिपाने वाले 400 से ज्यादा स्थानीय नागरिकों के बारे में नियंत्रण कक्ष को सूचित किया गया है। इनमें से 200 शिकायतें सही मिलीं और विदेश यात्र से लौटे 150 लोगों को क्वारंटाइन केंद्रों में भेजा गया है।
घाटी में कोरोना से संक्रमित सभी मरीज या तो विदेश यात्र से लौटे हैं या फिर कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में रहे। वादी में कोरोना संक्रमण के आठ मामलों की पुष्टि हो चुकी है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि वादी में 18 मार्च से बुधवार दोपहर तक श्रीनगर में बनाए गए नियंत्रण कक्ष में 400 लोगों के बारे में सूचना मिली। इनमें से 200 की पुष्टि हो चुकी है और 200 की पड़ताल की जा रही है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए 50 विशेष दस्ते बनाए गए हैं। श्रीनगर में 90 क्वारंटाइन केंद्रों में रखे गए 1750 लोग विदेश यात्र से लौटे हैं।
एक अस्पताल से गायब महिला दूसरे में मिली : कोरोना वायरस की एक संदिग्ध महिला बुधवार को अचानक ही सीडी अस्पताल श्रीनगर से गायब हो गई। अलबत्ता, शाम होते ही वह शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा में मिली। फिलहाल, प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। श्रीनगर के बटमालू इलाके की रहने वाली एक युवती गत दिनों विदेश से लौटी है।
सूत्रों के मुताबिक वह हंगरी से आई थी। उसमें कोरोना वायरस के लक्षण थे। मंगलवार को उसे सीडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। बुधवार दोपहर को वह अस्पताल से गायब हो गई। अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचित किया। अलबत्ता, शाम को वह युवती स्किम्स सौरा में उपचाराधीन मिली। उसकी टेस्ट रिपोर्ट अभी आनी है।
विदेश यात्र छिपाने वालों से प्रशासन के हाथ-पांव फूले
कश्मीर घाटी में कोरोना वायरस से संक्रमित बेशक आठ ही मरीज अभी तक मिले हैं, लेकिन प्रभावितों की संख्या इससे कई गुना अधिक होने की आशंका से पूरी मशीनरी के हाथ-पांव फूले हुए हैं। कारण कोरोना प्रभावित मुल्कों से आने वाले बहुत से लोगों द्वारा अपनी विदेश यात्र के बारे में छिपाना है। कई ने क्वारंटाइन प्रोटोकाल का पालन नहीं किया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में प्रशासन ने अपनी विदेश यात्र की जानकारी देने वालों को अस्पताल में जांच के लिए आने और अस्पताल से घर छोड़ने के लिए पिक एंड ड्राप सुविधा का भी एलान किया है। कश्मीर में इस समय करीब साढ़े तीन हजार लोगों को क्वारंटाइन केंद्रों में रखा गया है। करीब दो दर्जन को संदिग्ध मरीज बताया जा रहा है।
घाटी में कोरोना के पाए गए सभी मरीज विदेश यात्र से ही लौटे हैं। जो संदिग्ध हैं वह भी विदेश यात्र से लौटे हैं या फिर संक्रमित लोगों के साथ संपर्क में आए हैं। जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि अपील के बावजूद लोग अपनी विदेश यात्र का खुलासा नहीं कर रहे हैं। यह लोग पूरे समाज को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं अपने रोज के अनुभव लिखूं या उनका खुलासा करूं तो शायद ही कश्मीर में कोई चैन से सो सकेगा। शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा के निदेशक डॉ. एजी अहंगर ने कहा कि गंभीर बात है कि लोग अपनी विदेश यात्र को छिपाकर घर में आराम कर रहे हैं। मौजूदा हालात में जिस तरह से लोग अब सामने आ रहे हैं, उसके आधार पर कश्मीर में संक्रमितों और संदिग्धों की संख्या बहुत ज्यादा हो सकती है।
विदेश से आए हैं तो इन नंबरों पर करें काल 0191-2549676, 0191-2520982, 0191-2674444, 2674115 और 0194-2440283 व 2430581
लद्दाख में 10 नागरिकों पर केस: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के 10 नागरिकों को अपनी विदेश यात्र छिपाने को लेकर पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है। अपनी विदेश यात्र छिपाने वालों को पुलिस और प्रशासन गंभीरता से ले रहा है।