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Kashmir: गुलाम कश्मीर में लांचिंग पैड पर 300 के करीब आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में: जीओसी वीरेंद्र वत्स

आज भी नौगाम सेक्टर में तारबंदी काट कर भारतीय इलाके में दाखिल हो रहे दो आतंकियों को मार गिराय गया है।इन आतंकियों की तंजीम व पहचान का पता लगाया जा रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 05:01 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 08:03 PM (IST)
Kashmir: गुलाम कश्मीर में लांचिंग पैड पर 300 के करीब आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में: जीओसी वीरेंद्र वत्स
Kashmir: गुलाम कश्मीर में लांचिंग पैड पर 300 के करीब आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में: जीओसी वीरेंद्र वत्स

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। उत्तरी कश्मीर में तैनात सेना की 19 इनफेंटरी डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने गुलाम कश्मीर में एलओसी पर घुसपैठ के लिए तैयार करीब 300 आतंकियों की मौजूदगी दावा किया है। सर्दियां शुरु होने से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में दाखिल कराने के लिए पाकिस्तानी सेना पूरा प्रयास कर रही है।आतंकियों द्वारा वादी में अगले कुछ दिनों के दौरान किसी बड़े हमले काे अंजाम दिए जाने की सूचनाओं का जिक्र करते हुए कहा इससे निपटने के लिए पूरा बंदोबस्त किया गया है।

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आज तड़के नौगाम सेक्टर में दो पाकिस्तानी घुसपैठियों काे सेना द्वारा मार गिराए जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्हाेंने बताया कि इस समय गुलाम कश्मीर में एलओसी के साथा सटे इलाकों में विभिन्न लांचिंग पैड पर 250 से 300 आतंकी हैं। पाकिस्तानी सेना की निगरानी में ही यह लांचिंग पैड चल रहे हैं। वे सर्दियां शुरु हाेने से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों का जम्मू-कश्मीर में दाखिल कराना चाहते हैं। कुछ समय पहले राजौरी में घुसपैठ का प्रयास हुआ था। करीब 10 दिन पहले भी नौगाम सेक्टर में घुसपैठ का प्रयास किया गया। हमारे सतर्क जवानों ने हर प्रयास नाकाम बनाया है। आज भी नौगाम सेक्टर में तारबंदी काट कर भारतीय इलाके में दाखिल हो रहे दो आतंकियों को मार गिराय गया है।इन आतंकियों की तंजीम व पहचान का पता लगाया जा रहा है। इनके पास से मिला सामान साबित करता है कि पाकिस्तान की सेना आतंकियों के साथ है।

उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को सुरक्षित घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तानी सेना जंगबंदी का उल्लंघन भी करती है। ऐसा कर वह हमारे जवानाें का ध्यान बंटाने का प्रयास करती है ताकि आतंकियों का सुरक्षित घुसपैठ का मौका मिले। पांच अगस्त 2019 के बाद जम्मू- कश्मीर के हालात में बहुत बदलाव आया है। लोगों ने आतंकवाद को नकारा है। पाकिस्तान ने कई बार लोगों को भड़काने का प्रयास किया, लेेकिन नाकाम रहा है। इसलिए वह ज्यादा से ज्यादा घुसपठियों को इस तरफ भेजना चाहता है। बीते एक साल के दौरान जंगबंदी घटनाओं में भी तेजी आयी है।

आतंकवाद की दृष्टि से उत्तरी व दक्षिण कश्मीर के हालात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहाकि दोनों की परिस्थितियां अलग-अलग हैं। उत्तरी कश्मीर में आतंकियाें काे दक्षिण कश्मीर की तरह समर्थन प्राप्त नहीं है। हम एलओसी पर पाकिस्तानी सेना हर दुस्साहस का मुहंतोड़ जवाब देने से लेकर वादी के भीतरी इलाकों में आतंकियाें के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सेना किसी भी चुनौती से निपटने में समर्थ है। लद्दाख से संबधित सवालों को टालते हुए उन्हाेंने कहा कि मैं सिर्फ उत्तरी कश्मीर की स्थिति पर बात करने में समर्थ हूं।

आतंकियों द्वारा कश्मीर में जल्द ही किसी बड़े हमले को अंजाम दिए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हां यह सही है। कुछ खुफिया सूचनाएं प्राप्त हुई हैं जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि आतंकी किसी बड़े हमले का अंजाम देना चाहते हैं।इन सूचनाओं के मद्देनजर पूरा एहतियात बरता जा रहा है। आतंकियाें के मंसूबों को नाकाम बना उन्हें मार गिराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। गाैरतलब है कि दैनिक जागरण ने अपने आज के संस्करण में कश्मीर में आतंकियों द्वार एक बड़े हमले की रची जा रही साजिश का समाचार प्रकाशित किया है। इसमें बताया गया है कि दो पाकिस्तानी आतंकियों उस्मान व रहमान काे पाकिस्तान बैठे उनके आका उन पर किसी बड़ी वारदात के लिए दबाव बना रहे हैं।


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