जीएमसी में अब नहीं होगी फैकल्टी की कमी, छह विभागों को मिला 33 सीटों का तोहफा
अब मेडिकल कालेज में एमडी और एमएस की सीटें 140 से बढ़कर 173 हो गई हैं। वहीं मेडिकल कालेज श्रीनगर में एमडी और एमएस की सिर्फ आठ ही सीटें बढ़ी हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। राजकीय मेडिकल कालेज में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी पूरी करने की दिशा में मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया ने एक अहम फैसला किया है। छह विभागों में एमडी और एमएस की सीटें बढ़ा दी है। जीएमसी जम्मू में भी इस फैसले के बाद खुशी की लहर है।
एमसीआई के फैसले के अनुसार गायनाकालोजी विभाग में पहले एमडी की तेरह सीटें थी, अब यह बढ़कर सोलह हो गई हैं। बाल रोग विभाग में पहले एमडी की छह सीटें थी, अब यह बढ़कर बारह हो गई हैं। इसी तरह आर्थोपैडिक्स विभाग में जहां पहले एमएस की दस सीटें थी, अब यह बढ़कर सोलह हो गई हैं। रेडियो डायग्नोसिस विभाग में एमडी की तीन सीटें तीन गुणा बढ़कर नौ हो गई हैं। एनस्थीसिया में एमडी की सीटें दस से सोलह हो गई हैं। एमडी पैथालोजी में अब सीटें दस से बढ़कर सोलह हो गई हैं।
अब मेडिकल कालेज में एमडी और एमएस की सीटें 140 से बढ़कर 173 हो गई हैं। वहीं मेडिकल कालेज श्रीनगर में एमडी और एमएस की सिर्फ आठ ही सीटें बढ़ी हैं। जीएमसी की प्रिंसिपल डा. सुनंदा रैना ने सीटें बढ़ने की पुष्टि करते हुए कहा कि यह सलाहकार के विजय कुमार, प्रमुख सचिव अटल ढुल्लु और अन्य सभी के प्रयासों के कारण ही संभव हो पाया है।
उन्होंने कहा कि पहले मेडिकल कालेज में एमएस और एमडी की 140 सीटें थी। 33 सीटें पीजी डिप्लोमा की थी। अब इन सभी 33 सीटों को एमएस और एमडी में बदल दिया गया है। गौरतलब है कि मेडिकल कालेज की यह सीटें बढ़ाने की प्रक्रिया करीब तीन साल पहले शुरू हुई थी। मगर इसे पहले मंजूरी नहीं मिल रही थी। अब इस साल जीएमसी को इसमें सफलता मिली। इससे आने वाले सालों में नए मेडिकल कालेजों में भी फैकल्टी की कमी पूरी करने में मदद मिलेगी।