Indian Army Day 2021: जनरल जोशी ने कहा- चीन की आक्रमकता का मुंहतोड़ जवाब दिया, बातचीत में रख रहे हैं बराबरी से पक्ष
सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल के जोशी ने कहा है कि भारतीय सेना ने धैर्य व बुलंद हौंसले के साथ पूर्वी लद्दाख में चीन की आक्रमकता का सामना करने के साथ मुंहतोड़ जवाब दिया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने कहा है कि भारतीय सेना ने धैर्य व बुलंद हौंसले के साथ पूर्वी लद्दाख में चीन की आक्रमकता का सामना करने के साथ मुंहतोड़ जवाब दिया है। अब क्षेत्र में रणनीतिक रूप से मजबूत सेना बातचीत में भी बराबरी से अपना पक्ष रख रही है।
शुक्रवार को सेना दिवस पर उत्तरी कमान मुख्यालय उधमपुर में आर्मी कमांडर ने कहा कि अगस्त माह के अंत में क्षेत्र में कार्रवाई से भारतीय सेना पूर्वी लद्दाख में आपरेशनल रूप से मजबूत होकर इस मुकाम पर पहुंच गई यहां से वह चीन से अपना पक्ष जोरदार तरीके से रख रही है। आर्मी कमांडर ने कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में यथास्थित को बदलने की कोशिश की व ऐसी कोशिशों का हिम्मत के साथ जवाब दिया जा रहा है। जनरल जोशी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख के दुर्गम हालात व निष्ठुर मौसम सेना की चुनौती को और संघर्षपूर्ण बना रहे हैं। ऐसे हालात में जवानाें का हौंसला बुलंद है। आर्मी कमांडर शुक्रवार दोपहर को उधमपुर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पूर्वी लद्दाख में करीब चार महीने पहले 29-30 अगस्त की रात को भारतीय सेना के वीरों ने चीन के जवानों की कार्रवाई को नकारते हुए पैंगोंग इलाके के दक्षिणी छोर में ब्लैक टाप, मुखपरी, रेचिन ला व मगी पहाड़ी की चोटियों को अपने कब्जे में लेकर भारतीय सेना को रणनीतिक रूप से मजबूत बना लिया था। पहाड़ियों की चोटियों पर मौजूद सेना चीन की किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने की स्थित में है। चीन के भारी विरोध के बात भारतीय सेना अब इन चोटियों पर अडिग है। भारतीय सेना के बीस जवानों ने गत वर्ष पंद्रह जून को पूर्वी लद्दाख के गलवन में चीन की सेना को कभी न भूलने वाला सबक सिखाते हुए शहादत दी थी।
सेना की उत्तरी कमान इस समय जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में त्रिस्तरीय चुनौतियों का सामना कर रही है
ऐसे में मीडिया से बातचीत में आर्मी कमांडर ने कहा कि सेना की उत्तरी कमान इस समय केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर व लद्दाख में त्रिस्तरीय चुनौतियों का सामना कर रही है। कोविड 19 से उपजे हालात में एक और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन तो दूसरी ओर नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की चुनौती है। तीसरी चुनौती जम्मू कश्मीर के हालात तो इस समय काबू में हैं लेकिन किसी भी समय स्थिति बदल सकती है। इन तीन चुनौतियों ने सेना को व्यस्त रखा है।जनरल जोशी ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ को नाकाम बनाने के अभियानों व आतंकवाद ग्रस्त इलाकों में आतंकवादियों पर सटीक प्रहारों से पाकिस्तान हताश है। ऐसे में आतंकवादी तंजीमें सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को आतंकवादी बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं। वहीं जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषदचुनाव की कामयाबी के लिए लोगों को बधाई देते हुए आर्मी कमांडर ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से जम्मू कश्मीर में बड़ा बदलाव आया है। लोग अलगाववाद को नकार कर लाेकतंत्र के प्रति आस्था दिखा रहे हैं।-