पति की मौत के सात माह बाद भी नहीं मिला पीएफ
सात माह से दर-दर की ठोकरें खा रही सुदेश कुमारी
संवाद सहयोगी, सांबा: जिले के दियानी गांव की सुदेश कुमारी अपने पति संसार चंद की मौत के सात माह बाद भी पीएफ मिलने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। वे कई बार जिला मुख्यालय में पीएफ कार्यालय गई, लेकिन उसे पीएफ का पैसा नहीं मिला। हर बार अधिकारी बताते हैं कि अभी तक यूनिट की तरफ से रिकार्ड ही नहीं पहुंचा है। संसार चंद पिछले लगभग 25 साल से दियानी में कील व तार बनाने वाली एक फैक्टरी में सुपरवाइजर थे। 23 फरवरी 2019 को वे छुट्टी होने के बाद जब फैक्टरी से घर के लिए निकले तो थोड़ी दूर पर ही उनकी सड़क हादसे में मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक जिस फैक्टरी में संसार चंद काम करते थे, वहां हर माह उनके वेतन में से पीएफ भी कटता था। पति की मौत के बाद उनकी पत्नी को यह पैसा मिलना चाहिए, लेकिन उसे नहीं मिल रहा है। सुदेश कुमारी की 22 वर्षीय बेटी पैरामेडिकल की ट्रेनिग कर रही है और 17 वर्षीय बेटा शिक्षा ग्रहण कर रहा है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और घरेलू खर्च के लिए सुदेश कुमारी को तुरंत पीएफ की राशि चाहिए। पति की मौत के बाद उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है और वह काफी परेशान है। वह अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं कि उन्हें वह आगे पढ़ा सकें। इस बाबत सरपंच रीना चौधरी ने सुदेश कुमारी को साथ लेकर पीएफ कार्यालय पहुंचीं, तो वहां पर पता चला कि अभी तक फैक्टरी की ओर से संसार चंद का पूरा रिकार्ड ही नहीं पहुंचाया गया है। सरपंच ने बताया कि वहां पर अधिकारी ने बताया कि अगर रिकार्ड उनके पास पहुंचेगा तो वह जल्द ही उसका निपटारा कर देंगे। घोषणा के बाद भी प्रशासन ने नहीं दी राहत राशि
इस हादसे के बाद दियानी गांव के लोगों ने घंटों जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया था। बाद में जिला प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे और उन्होंने भी मृत संसार चंद के परिवार के सदस्यों को पचास हजार रुपये देने की घोषणा की थी। यह राशि भी संसार चंद की मौत के सात माह बाद भी उनकी उनकी पत्नी को नहीं मिली है।
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क्या कहते हैं फैक्टरी के प्रबंधक
सांबा के दियानी गांव में किल व तार बनाने वाली फैक्टरी के प्रबंधक राहुल ने बताया कि संसार चंद काफी पुराने कर्मी थे। उन्होंने कहा कि पीएफ कार्यालय में वर्ष 2017 तक पूरा रिकार्ड चढ़ा दिया गया है और उसके बाद का रिकार्ड भी आनलाइन किया जाना था, लेकिन इस बीच नेट बंद होने से परेशानी आ रही है। जैसे ही नेट चलता है, बाद का पूरा रिकार्ड भी चढ़ा दिया जाएगा।