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Jammu Kashmir: खानाबदोशों के माल-मवेशियों के लिए निश्शुल्क परिवहन सेवा, 50 ट्रक और 100 हल्के वाहनों की व्यवस्था

इस बार जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड पर माल मवेशियों को सुरक्षित एक से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए प्रदेश प्रशासन ने 50 ट्रक और 100 हल्के वाहनों की व्यवस्था की है। सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया कि आवश्यकतानुरूप वाहन किराए पर ले सकते हैं।

By naveen sharmaEdited By: Vikas AbrolPublished: Sun, 25 Sep 2022 05:34 AM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2022 05:34 AM (IST)
Jammu Kashmir: खानाबदोशों के माल-मवेशियों के लिए निश्शुल्क परिवहन सेवा, 50 ट्रक और 100 हल्के वाहनों की व्यवस्था
जम्मू कश्मीर में समुदाय गर्मियों की शुरुआत पर मैदानों से पहाड़ों की तरफ माल मवेशी संग कूच करता है।

श्रीनगर, नवीन नवाज : पर्वतीय इलाकों में ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। खानाबदोश गुज्जर-बक्करवाल समुदाय का माल मवेशियों के साथ मैदानी क्षेत्रों की तरफ सफर शुरू हो जाता है। इसके साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन हादसों में समुदाय के पशुओं के मारे जाने की आशंका मंडराने लगी है। इस बार जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड पर माल मवेशियों को सुरक्षित एक से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए प्रदेश प्रशासन ने 50 ट्रक और 100 हल्के वाहनों की व्यवस्था की है। सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया कि आवश्यकतानुरूप वाहन किराए पर ले सकते हैं।

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75 वर्ष के दौरान यह पहला अवसर है जब प्रदेश सरकार उच्चपर्वतीय इलाकों में स्थित चरागाहों से ठंड के कारण मैदानी इलाकों की तरफ जाने वाले समुदाय को निश्शुल्क परिवहन सेवा देगी। जम्मू कश्मीर में समुदाय गर्मियों की शुरुआत पर मैदानों से पहाड़ों की तरफ माल मवेशी संग कूच करता है। गर्मियों में पहाड़ों पर रहता है। कहा जाता है कि महाराजा हरि सिंह ने आदेश जारी किया था कि यह समुदाय जब माल मवेशी के साथ पहाड़ों की तरफ जाते हुए या फिर पहाड़ों से मैदानों की तरफ लौटते जम्मू-श्रीनगर हाईवे या किसी अन्य मार्ग से गुजरेगा तो रोका नहीं जाएगा बल्कि प्राथमिकता दी जाएगी। मवेशियों के कारण हाईवे पर दो से तीन घंटे तक ट्रैफिक जाम रहता है। कई बार वाहनों की चपेट में आकर भेड़ बकरियां, गोवंश और घोड़े भी मारे जाते हैं।

बारिश,हिमपात और भूस्खलन के कारण इन लोगों को नुकसान उठाना पड़ता है। हाईवे पर ट्रैफिक को सुचारु बनाए रखने और समुदाय को माल मवेशी संग मंजिल तक पहुंचाने के लिए ही प्रदेश प्रशासन ने जनजाति मामले विभाग के प्रस्ताव के आधार पर जम्मू श्रीनगर राजमार्ग और मुगल रोड व कुछ अन्य सड़कों पर चिह्नित स्थानों पर वाहन सेवा उपलब्ध कराने का फैसला किया है। मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में गुज्जर-बक्करवाल समुदाय की मौसमी पलायन के संदर्भ में की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने विभिन्न जगहों पर गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के लिए उपलब्ध कराई वाहन सविधा का भी जायजा लिया।

पुलिस के विशेष दस्ते भी तैनात किए :

जनजातीय मामले विभाग के सचिव डा. शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि यह परिवहन सुविधा निश्शुल्क होगी। 25 सितंबर से 22 अक्टूबर 2022 तक ही उपलब्ध रहेगी। दो ट्रांजिट आवासीय सुविधाएं खानाबदोश गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के लिए तैयार की हैं। आइजीपी ट्रैफिक विक्रमजीत सिंह ने बताया कि ऊपरी इलाकों में स्थित डेरों से समुदाय ने निचले इलाकों की तरफ पलायन शुरु कर दिया है। उनकी आवाजाही के लिए संबंधित क्षेत्रों में ट्रैफिक पुलिस के विशेष दस्ते भी तैनात किए गए हैं।


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