सुंदरबनी मुठभेड़ में चार आत्मघाती ढेर,11 घंटे चला ऑपरेशन, सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी
सुंदरबनी कस्बे से मात्र एक किलोमीटर दूर रावडियां तल्ला में बुधवार को सुरक्षाबलों व आतंकियों के 11 घंटे चली भीषण मुठभेड़ में चार दहशतगर्दो को मार गिराया।
राजौरी, जागरण संवाददाता। सुंदरबनी कस्बे से मात्र एक किलोमीटर दूर रावडियां तल्ला में बुधवार को सुरक्षाबलों व आतंकियों के 11 घंटे चली भीषण मुठभेड़ में चार दहशतगर्दो को मार गिराया। मारे गए चारों आतंकी पाकिस्तानी बताए जा रहे है।
इनसे बरामद हथियार व अन्य साजो-सामन से दावा किया जा रहा है कि चारो आत्मघाती आतंकी थे और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुए थे। सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी रखा है।
सुंदरबनी में पिछले तीन दिन से आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी, जिसके बाद से पुलिस, सेना व अन्य सुरक्षाबल संयुक्त तलाशी अभियान चला रहे थे। मंगलवार रात आतंकियों ने रावडियां तल्ला गांव की तीन दुकानों से कुछ खाने पीने का सामान लिया और अपने आप को बताया कि हम सीमा सुरक्षा बल के जवान है, लेकिन दुकानदारों को इनकी गतिविधियों पर कुछ शक हुआ।
उसने इसकी सूचना तुरंत पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेसियों को दी। सूचना को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। सुबह करीब साढ़े सात बजे सुरक्षाबलों के जवान जैसे ही आतंकियों के करीब पहुंचे तो दहशतगर्दो ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद एसएसपी राजौरी जुगल मन्हास ने ऑपरेशन की कमान संभाली और अतिरिक्त संख्या में पुलिस, सेना व सीमा सुरक्षा बल के जवानों को आतंकवादियों के सफाए में लगा दिया।
दोनों तरफ से गोलीबारी का सिलसिला 11 घंटे तक जारी रही। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार आत्मघाती आतंकियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों से भारी मात्रा में गोलाबारूद भी बरामद किया गया है।एसएसपी राजौरी जुगल मन्हास ने कहा कि हमारे जवानों ने बेहतर कार्य करते हुए चारों आतंकियों को ढेर कर दिया है। आतंकियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। प्राथमिक जांच में यही लग रहा है कि चारों पाकिस्तानी हैं। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा। इसमें किसी भी जवान को एक खरोच तक नहीं आई है।
2010 के बाद जिले में हुई मुठभेड़ :
राजौरी जिले में आठ साल बाद आतंकियों के साथ भीषण मुठभेड़ हुई है। इससे पहले मई 2010 को चार दिन चले ऑपरेशन में विभिन्न क्षेत्रों में 14 आतंकी मारे गए थे। यह 14 आतंकी भी सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुए थे। इसके बाद से जिले में कोई भी मुठभेड़ नहीं हुई।
बैग न गिरते तो लंबी चलती मुठभेड़ :
आतंकियों ने सुबह जब सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू करते हुए भागने का प्रयास किया, तो उनके तीन बैग बीच रास्ते में ही गिर गए। इन तीनों बैग में आइईडी के साथ काफी मात्रा में ग्रेनेड व अन्य गोलाबारूद था। अगर आतंकी इस गोलाबारूद का उपयोग करते तो यह ऑपरेशन लंबा भी हो सकता था।
सुंदरबनी में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू में सुरक्षा कड़ी
जिला राजौरी के सुंदरबनी में हुए आतंकियों तथा सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ के मद्देनजर बुधवार को दिनभर जम्मू पुलिस सतर्क रही। एसएसपी जम्मू ने शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा बंदोबस्त का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सामान्य नाके लगाने के साथ भीड़भाड़ क्षेत्रों में औचक नाके लगाने कर वाहनों की जाचं करने की हिदायत दी।
बुधवार सुबह जैसे ही सुंदरबनी में आतंकी हमले की खबर जम्मू पुलिस कंट्रोल रूम में आई तो इसके बाद एसएसपी जम्मू विवेक गुप्ता ने जिले में तैनात सभी सब डिवीजनल पुलिस आफिसर (एसडीपीओ), स्टेशन हाउस आफिसर (एसएचओ) व चौकी प्रभारियों को अपने कार्यालय में बुला कर उनके साथ शहर व बाहरी क्षेत्रों में सुरक्षा बंदोबस्त को पुख्ता करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि आतंकियों संगठनों ने अपनी रणनीति में बदलाव लाते हुए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों तथा सरकारी इमारतों को निशाना बना सकते हैं।
उन्होंने ने सभी थानेदारों को हिदायत दी कि वे अपने क्षेत्रों में आने वाले सरकारी कार्यालयों, अस्पताल के स्टाफ होटलों व थियेटर मालिकों से बैठक कर उनके जरूरी सुरक्षा उपकरण लगाने के हिदायतें दी। इसके अलावा इन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में वर्दीधारी पुलिस कर्मियों के अलावा साधा कपड़ों में भी जवानों को तैनात किया जाए ताकि संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा सके। बैठक के बाद शहर के व्यस्त चौक चौराहों में सुरक्षा बंदोबस्त को कड़ा कर दिया गया। यात्री व निजी वाहनों में बैठे लोगों को उतार कर उनके सामान की जांच की जा रही थी।