उच्च शिक्षा प्राप्त बेरोजगार भी छटपटा रहे चपरासी की नौकरी के लिए
चतुर्थ श्रेणी के 8575 पदों के लिए हफ्ते भर में ही 1.40 लाख अभ्यर्थियों ने भरा फार्म अधिकतम योग्यता की शर्त को हटाने की मांग कर रहे 12वीं से अधिक शिक्षित युवा ---------
राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रदेश में बेरोजगारी का आलम यह है कि उच्च शिक्षा प्राप्त युवा भी चपरासी तक की नौकरी के लिए आवेदन के लिए कसमसा रहे हैं। वह चाहते हैं कि प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नौकरी के लिए उन्हें भी मौका दिया जाए। सर्विस सिलेक्शन बोर्ड ने इन पदों पर आवेदन के लिए अधिकतम योग्यता (ध्यान रखें न्यूनतम नहीं) बारहवीं उत्तीर्ण रखी है। यानी इन पदों के लिए बारहवीं से ऊपर की शिक्षा प्राप्त युवा आवेदन नहीं कर सकते हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को इसी से आपत्ति है। वह कहते हैं वह बेरोजगार हैं इसलिए उन्हें भी चतुर्थ श्रेणी की नौकरी के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाए।
प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि महज एक हफ्ते में ही इन पदों के लिए 1.40 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। पद कुल 8575 हैं। प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी के इन पदों पर दो वर्ष बाद यह भर्ती हो रही है। आवेदन भरने की प्रक्रिया 10 जुलाई को शुरू हुई थी। आवेदन की अंतिम तिथि 25 अगस्त अभी काफी दूर है। जिस तेजी से आवेदन भरे जा रहे है कि उससे लगता है कि आंकड़ा चार लाख को पार कर जाएगा। दो हजार पदों के लिए दो लाख ने किया था आवेदन
प्रदेश सरकार की ओर से दो वर्ष पहले अध्यापकों की भर्ती के लिए दो हजार पदों को भरने की अधिसूचना जारी की गई थी। तब इन पदों के लिए दो लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। , यह है बोर्ड की शर्त
चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए इस बार सर्विस सिलेक्शन बोर्ड ने यह शर्त रखी है कि इसमें बारहवीं से अधिक की योग्यता वाले युवा आवेदन नहीं कर सकते। इससे ग्रेजुएशन या इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता रखने वाले बेरोजगार युवाओं को झटका लगा है। उच्च शिक्षित युवा चाहते हैं कि उन्हें भी चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाए। यह बेरोजगारी की ही मार है जो उच्च शिक्षा प्राप्त युवा चपरासी तक की नौकरी के लिए आवेदन करना चाहता है। न्यूनतम योग्यता दसवीं पास रखी गई है। सिर्फ लिखित परीक्षा होगी
चतुर्थ श्रेणी के पद भरने के लिए सर्विस सिलेक्शन बोर्ड सिर्फ लिखित परीक्षा आयोजित करेगा। लिखित परीक्षा के आधार पर ही मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। इसी के हिसाब से अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। इन पदों के लिए कोई साक्षात्कार नहीं होगा। मेरिट के बाद पारदर्शी ढंग से चयन प्रक्रिया होगी। साढ़े छह लाख से अधिक बेरोजगार
प्रदेश में दो साल के पहले के आंकड़ों के अनुसार बेरोजगारों की संख्या साढ़े छह लाख से ज्यादा थी। अब इसमें और इजाफा हो चुका है। प्रदेश के निजी क्षेत्र में नौकरियों की संख्या बेहद सीमित है। इसलिए प्रदेश के युवा सरकारी नौकरी के भी भरोसे रहते हैं। प्रदेश में कुल आबादी करीब सवा करोड़ है।
अधिकतम योग्यता की शर्त हटे
छात्र संगठनों ने मांग की है कि चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए अधिकतम योग्यता बारहवीं उत्तीर्ण की शर्त को हटाया जाए। स्नातक या इससे अधिक की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले बेरोजगारों को भी मौका दिया जाए। नेशनल कांफ्रेंस स्टूडेंट यूनियन, नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया और नेशनल सेक्युलर फोरम ने मांग उठाई है कि इसमें सभी मौका मिलना चाहिए।
-- लंबे समय के बाद यह पद निकाले गए हैं। अगर उच्च शिक्षा प्राप्त नौजवान नौकरी के अभाव में चतुर्थ श्रेणी पद पर नौकरी करना चाहता है तो किसी को एतराज नहीं होना चाहिए।
-नीरज कुंदन, राष्ट्रीय प्रधान, नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया प्रदेश में बेरोजगारी कम करने और युवाओं को राहत देने के लिए कम से कम पचास हजार पद निकाले जाने चाहिए। चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए बोर्ड को अधिकतम योग्यता की शर्त हटा लेनी चाहिए। कोई भी शिक्षित युवा आवेदन करने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए।
डॉ. विकास शर्मा, प्रधान नेशनल सेक्युलर फोरम
----