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Gharana Wetland Jammu: बंदूकें खामोश हैं तो अमन का पैगाम दे रहे सिरपट्टी सवन

सिलेटी सफेद रंग के इन पक्षियों के सिर के पीछे बनी दो काली पट्टियों से इसकी आसानी से पहचान की जा सकती है। पर्यावरणविद का कहना है कि अभी तो यह शुरुआत है देखते ही देखते सीमा पर तकरीबन छह हजार सिरपट्टी सवन पक्षियों का जमावड़ा होने वाला है।

By Edited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 06:59 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 07:42 AM (IST)
Gharana Wetland Jammu: बंदूकें खामोश हैं तो अमन का पैगाम दे रहे सिरपट्टी सवन
घराना में इन पक्षियों को राजहंस के नाम से भी जाना जाता है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बंदूकें खामोश हैं तो विदेशी मेहमान सिरपट्टी सवन (बार हेडेड गूज) अमन का पैगाम देने पहुंच गए हैं। ये मेहमान दोनों देशों के वेटलैंड पर कलरव कर लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। घराना वेटलैंड पर पहुंचे दुनिया में सबसे ऊंचाई पर उड़ने के लिए मशहूर पक्षी सिरपट्टी सवन ठंडे पठारों से अगले चार माह यहां डेरा जमाएंगे।

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इस ओर घराना, घरानी, कपूरपुर, अवताल, बाकरपुर तो सीमा पार पाकिस्तान में निक्की ठठिया, बड़ी ठठियां, कजलेआल, ¨नद्रोवाल में ये सिरपट्टी सवन उड़ान भर रहे हैं और अपने कलरव से दोनों ओर के लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। मंगलवार को तकरीबन 300 सिरपट्टी सवन प्रवासी पक्षियों ने घराना के तालाब में अठखेलियां कीं। मगर इससे पहले ये पक्षी लंबे समय तक सीमा के दोनों ओर चक्कर लगाते रहे। घराना में इन पक्षियों को राजहंस के नाम से भी जाना जाता है।

सिलेटी सफेद रंग के इन पक्षियों के सिर के पीछे बनी दो काली पट्टियों से इसकी आसानी से पहचान की जा सकती है। पर्यावरणविद का कहना है कि अभी तो यह शुरुआत है, देखते ही देखते सीमा पर तकरीबन छह हजार सिरपट्टी सवन पक्षियों का जमावड़ा होने वाला है। पर्यावरणविद मंजीत का कहना है कि यह पक्षी भले ही सीमा के पार भी बैठते हैं, मगर घराना उनके लिए सुरक्षित जगह है। इसलिए ज्यादा तर ये पक्षी भारत की ओर ही बैठना पसंद करते हैं। वन्यजीव संरक्षण विभाग के ब्लाक आफिसर धीरज रामपाल का कहना है कि आने वाले मेहमानों पर पूरी नजर रखी जा रही है। विभाग के कर्मचारियों को पूरी चौकसी बरतने के लिए कहा गया है।

क्या खासियत है सिरपट्टी सवन की: सिरपट्टी सवन को दुनियां में सबसे ऊंचाई पर उड़ने वाले पक्षियों में माना जाता है। अपने प्रवास के दौरान यह पक्षी कभी कभी मांउट एवरेस्ट के ठीक बगल से होकर गुजर जाते हैं, जहां तेज हवा के कारण न ही केरोसिन जल सकता है और न ही हेलिकाप्टर उड़ान भर सकता है।

दिखने लगे रेड कालर लगे पक्षी: घराना वेटलैंड में आने वाले प्रवासी पक्षियों में रेड कालर वाले पक्षी भी दिखने लगे हैं। मंगलवार को जे 86 नंबर का रेड कालर बर्ड रिकार्ड किया गया। पिछले कुछ बरस से इस तरह के रेड कालर प¨रदे रिकार्ड हो रहे हैं। पिछले समय में जो रेड कालर वाले प¨रदे रिकार्ड हुए थे, वे हिमाचल के पोंग वेटलैंड पर लगाए गए थे। इससे एक बात साफ हो गई है कि घराना में आने वाले सिरपट्टी सवन का संबंध हिमाचल से भी है। प्रवास के दौरान इन पक्षियों का घराना और पोंग, हिमाचल प्रदेश आने जाने का सिलसिला चलता रहता है।


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