एम्स अस्पताल: करोड़ों के प्रोजेक्टों से सवा करोड़ लोगों की सुधरेगी सेहत
डिमानस्ट्रेटर, रजिस्ट्रार की नियुक्तियां भी हो रही हैं। पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के लिए भी राज्य सेवा भर्ती बोर्ड ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जम्मू, रोहित जंडियाल। राज्य में आने वाले कुछ महीने और साल स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के बहुत अहम है। इनमें एक ओर जहां पांच नए मेडिकल कालेज खुलने की तैयारी हो रही हैं, वहीं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का काम भी शुरू हो गया है। यही नहीं इसी साल शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस का काम भी शुरू होने की उम्मीद है। इन प्राेजेक्टों के शुरू होने से राज्य में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र की तकदीर बदल सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू के विजयपुर और अवंतीपोरा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के नींव पत्थर रखे। स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह ऐसे पहले अहम प्रोजेक्ट होंगे जहां पर बाहर से डाक्टर नौकरी कर सकेंगे और विद्यार्थी भी इसमें बाहर से आकर एमबीबीएस कर सकेंगे। दोनों एम्स में एमबीबीएस की 100-100 सीटें होंगी और इन प्रोजेक्टों को पूरा करने के लिए सरकार ने पांच साल की समय-सीमा निर्धारित की गई है। साल 2023 में यह एम्स मरीजों के लिए खुलेंगे। इनका निर्माण कार्य पहले से ही शुरू हो गया है। जल्दी ही इमारतों का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।
पांच नए मेडिकल कालेज भी खुलेंगे
इस साल पांच नए मेडिकल कालेज भी खुलने जा रहे हैं। तीन मेडिकल कालेज जम्मू संभाग के डोडा, कठुआ और राजौरी में तो दो कश्मीर के बारामुला और अनतंनाग जिलों में बन रहे हैं। इसी सत्र से इन पांचों कालेजों में कक्षाएं शुरू करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए पांचों जिला अस्पतालों को एक सौ बिस्तरों से बढ़ाकर तीन-तीन सौ बिस्तरों की क्षमता का कर दिया गया है। इसके लिए मशीनरी, उपकरण खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कई विभागों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्तियां कर दी गई हैं। डिमानस्ट्रेटर, रजिस्ट्रार की नियुक्तियां भी हो रही हैं। पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के लिए भी राज्य सेवा भर्ती बोर्ड ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी तरह इमारतों का काम भी इसी साल पूरा होने की उम्मीद है। फिलहाल इस सत्र से मेक शिफ्ट प्रबंध करके ही कालेज शुरू होंगे।
कैंसर इंस्टीट्यूट काम भी शुरू होने की उम्मीद
एक और प्रोजेक्ट पर इस समय काम चल रहा है। जम्मू में कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना। एक सौ बीस करोड़ रुपयों की लागत से बनने वाले प्रोजेक्ट को हालांकि पांच साल पहले तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद मंजूर कर गए थे। परंतु यह प्रोजेक्ट पांच साल बाद भी कागजों से आगे नहीं बढ़ पाया है। फिलहाल प्रोजेक्ट की फाइलें एक टेबल से दूसरे टेबल पर जरूर आगे बढ़ रही हैं और इसी साल इस प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के प्रागंण में होगा। इसके बनने से मरीजों को काफी राहत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक दिन पहले ही कहा था कि राज्य में पांच नए मेडिकल कालेज और दो एम्स शुरू होने से जममू कश्मीर के लोगों को काफी लाभ होगा।
यह होगा जम्मू एम्स में
- कुल भूमि: 1954 कनाल
- अस्पताल की क्षमता: 750 बिस्तर
- ट्रामा के लिए बिस्तर: 30
- आइसीयू बिस्तर: 75
- आपरेशन थियेटर : 16
- सुपर स्पेशलिटी विभाग: 18
- एमबीबीएस की सीटें: 100
- बीएससी नर्सिंग कालेज की सीटें: 60
- एम्स पर खर्च: 1661 करोड़
यह होगा एम्स अवंतीपोरा में
- कुल भूमि: 1907 कनाल
- कुल लागत: 1928 करोड़ रुपये
- अस्पताल की क्षमता: 750 बिस्तर
- ट्रामा के लिए बिस्तर: 30
- आइसीयू बिस्तर: 75
- आपरेशन थियेटर : 16
- सुपर स्पेशलिटी विभाग: 18
- एमबीबीएस की सीटें: 100
- बीएससी नर्सिंग कालेज की सीटें: 60
- निर्माण एजेंसी: सेंट्रल पब्लिक वर्क्स विभाग
नए मेडिकल कालेजों में सुविधाएं
- कुल लागत: 189-189 करोड़
- अस्पतालों की क्षमता: 300 बिस्तर
- एमबीबीएस की सीटें: 100-100
- निर्माण एजेंसी: सेंट्रल पब्लिक वर्क्स विभाग
यह सुविधा होगी कैंसर इंंस्टीट्यूट में
- न्यूक्लेयर मेडिसीन विभाग
- रेडिएशन आनकालोजी विभाग
- मेडिकल आनकालोजी विभाग
- सर्जिकल आनकालेाजी विभाग
- पेट स्कैन मशीन होगी