Jammu Kashmir: गुलाम कश्मीर में मिले शव की पहचान के लिए एलओसी में फ्लैग मीटिंग
पाक सेना ने भारतीय अधिकारियों को शव के दांत और बाल सौंपे-लापता ग्रेफ के एईई के परिजनों के डीएनए से होगा मिलान
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। गुलाम कश्मीर में मिले एक शव की पहचान के लिए शनिवार को भारत और पाक सेना के अधिकारियों की फ्लैग मीटिंग हुई। पाक सेना के अधिकारियों ने उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैन्याधिकारियों को शव के दांत और बाल सौंपे। अब कारगिल से लापता ग्रेफ के असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (एईई) के परिजनों के डीएनए से इसका मिलान होगा।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले गुलाम कश्मीर में एक शव मिला है। शव के बारे में कहा जा रहा है कि यह लापता इंजीनियर का हो सकता है। 22 जून को कारगिल में ग्रेफ का एक वाहन दरिया में गिर गया था। यह दरिया गुलाम कश्मीर में ही जाता है। वाहन के चालक का शव मिल गया था लेकिन उसमें सवार असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सुभान अली निवासी उत्तर प्रदेश का सुराग नहीं मिला। सेना के गोताखोरों ने करीब एक सप्ताह तक दरिया के विभिन्न हिस्सों में जांच की, लेकिन सुराग नहीं लगा।
सेना ने गुलाम कश्मीर में तैनात पाकिस्तानी अधिकारियों को सूचित किया था। कुछ दिन पहले पाकिस्तानी सैन्याधिकारियों ने दरिया में एक शव मिलने की सूचना भारतीय सेना को भेजी है। इसके बाद भारतीय और पाकिस्तानी सैन्याधिकारियों के बीच एलओसी पर फ्लैग मीटिंग तय की गई जो जिला कुपवाड़ा के अंतर्गत टीटवाल सेक्टर में सुबह 11 बजे हुई। इसमें लद्दाख में ग्रेफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। पाक सैन्याधिकारियों ने अपने क्षेत्र में मिले शव के दांत और बाल भारतीय अधिकारियों को सौंपे।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियो से प्राप्त दांत और बालों के डीएनए की जांच की जाएगी। इसकी तुलना लापता इंजीनियर के परिजनों के डीएनए से होगी और अगर इनमें समानता पाई जाती है तो लापता इंजीनियर को मृत घोषित करते हुए उसका शव लेने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। बैठक में भारत से लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप, जमूकश्मीर पुलिस टीटवाल चौकी प्रभारी मुदस्सर अहमद, कारगिल के एसडीएम और एसडीएम करनाह के अलावा ग्रेफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। पाक से मेजर शहरयार, तहसीलदार हारुन रशीद व तीन अन्य अधिकारी शामिल हुए।