जम्मू कश्मीर में अगले सत्र में खुल सकते हैं पांच नए मेडिकल काॅलेज
राज्य में अगले सत्र से पांच नए मेडिकल कालेज खोलने के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया तेज कर दी है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : राज्य में अगले सत्र से पांच नए मेडिकल कालेज खोलने के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया तेज कर दी है। असिस्टेंट प्रोफेसरों की स्थायी नियुक्ति के बाद अब इन कालेजों में रजिस्ट्रारों और डिमानस्ट्रेटरों की नियुक्ति भी शुरू हो गई है। राज्य में करीब पांच साल पहले पांच नए मेडिकल कालेज खोलने को मंजूरी दी गई थी। इनमें से तीन जम्मू संभाग में और दो कश्मीर संभाग में है। जम्मू में कठुआ , राजौरी और डोडा तो कश्मीर में बारामुला और अनंतनाग में मेडिकल कालेज बन रहे हैं। डोडा और राजौरी मेडिकल कालेजों के प्रिंसिपलों ने सभी विभागों में रजिस्ट्रार और डिमानस्ट्रेटर के पदों के लिए भी नियुक्तियां करना शुरू कर दी है। दोनों ही कालेजों में सभी विभागों में नियुक्तियां हो रही हैं। अन्य कालेजों में भी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य प्रशासन की पूरी कोशिश है कि अगले सत्र से इन कालेजों में एमबीबीएस का पहला बैच शुरू कर दिया जाए। इन सभी कालेजों में एसआरओ 384 के तहत भी जल्दी ही नियुक्तियां शुरू हो जाएंगी। इसमें कोई भी डाक्टर 65 साल की उम्र तक आवेदन दे सकता है। राज्य में सेवानिवृत्ति की आयु सीमा 62 साल है। इससे कई सेवानिवृत्त प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर भी इनमें नौकरी कर सकेंगे।
500 सीटें बढ़ेंगी
जम्मू-कश्मीर में पांच नए मेडिकल कालेज खुलने से एमबीबीएस की 500 सीटें बढ़ेंगी। हर कालेज में 100-100 सीट होगी। इस समय मेडिकल कालेज जम्मू और श्रीनगर में 150-150 सीटें हैं। इसके अलावा शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस में भी 100 सीट हैं। नए कालेज खुलने से राज्य में डाक्टराें की कमी भी दूर होगी। इस समय राज्य में 1800 लोगों के पीछे एक डाकटर हैं जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदंड़ों के अनुसार 1000 लोगों के पीछे एक डाक्टर होना चाहिए।