LOC पास गांव में दो संदिग्धाेें के दिखने से लोगों में दहशत, सैना की पेट्रोलिंग पर आतंकियों की गोलीबारी
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के शिकारगढ़ जंगल में आतंकवादियों ने सुबह सेना की पेट्रोलिंग पार्टी को निशाना बनाकर पर गोलीबारी की।
जम्मू , [जागरण संवाददाता]। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के शिकारगढ़ जंगल में आतंकवादियों ने सुबह सेना की पेट्रोलिंग पार्टी को निशाना बनाकर पर गोलीबारी की। सेना पर फायरिंग करने वाले आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए सेना, सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में तलाशी अभियान छेड़ दिया है।कठुआ जिला की हीरानगर के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांव जंगी चक में स्थानीय लोगों को बीती मंगलवार देर रात फिर दो संदिग्ध दिखे है।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के शिकारगढ़ जंगल में आतंकवादियों ने बुधवार सुबह सेना की पेट्रोलिंग पार्टी को निशाना बनाकर पर गोलीबारी की। सेना पर फायरिंग करने वाले आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए सेना, सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में तलाशी अभियान छेड़ दिया है।
सैन्य सूत्रों के अनुसार सुबह साढ़े आठ बजे के करीब आतंकवादियों ने सेना की 42 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों पर गोलियां चलाई। सेना के जवाबी कार्रवाई करने के बाद आतंकवादी मौके से भागने में कामयाब हो गए हैं। चंद मिनट तक चली इस मुठभेड़ में फिलहाल किसी सैनिक के घायल होने की कोई सूचना नही है।
आतंकवादियों की गोलीबारी के बाद सेना, सुरक्षाबलों की कई अतिरिक्त टुकड़ियों को शिकारगढ़ के जंगलों में भेजकर क्षेत्र को घेर लिया गया है। सेना, सुरक्षा बल क्षेत्र को खंगाल रहे हैं।
उधर, कठुआ जिला की हीरानगर के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांव जंगी चक में स्थानीय लोगों को बीती मंगलवार देर रात फिर दो संदिग्ध दिखे,जो सेना की वर्दी में पिट्ठू उठा कर ले जा रहे थे। ग्रामीणों ने इसकी तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही रात को ही पुलिस व सीआरपीएफ ने नाके लगा कर सर्च आपरेशन शुरू कर दिया,लेकिन देखे गए संदिग्धों का कोई पता नहीं चला। जिसके बाद देर रात को सर्च आपरेशन बंद दिया।
बुधवार सुबह तड़के फिर जिला पुलिस व सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से जंगी चक क्षेत्र के अलावा संभावित घुसपैठ मार्ग तरनाला नाले में सर्च आपरेशन चलाया ,लेकिन कुछ नहीं मिला। जिसके बाद साढ़े नौ बज सर्च आपरेशन बंद दिया गया।
बता दें कि जंगी चक बोबिया और तरनाह नाले के किनारे ठीक उसी मार्ग पर पड़ता है,जहां गत रविवार को 4 से पांच संदिग्ध दिखे थे। जिसके बारे में बाद में बीएसएफ ने उनके द्वारा टनल बनाकर सीमा पार से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की पुष्टि भी की। अब फिर उसी मार्ग पर दो संदिग्ध दिखा जाने से स्थानीय लोग दहशत में हैं। गौरतलब है कि बोबिया सीमांत क्षेत्र शुरू से ही घुसपैठियों के लिए सुरक्षित घुसपैठ का मार्ग रहा है।
विगत दो सालों से हालांकि सीमा सुरक्षा बलों ने कई प्रयास नाकाम भी किए। जिसमें गत वर्ष बीएसएफ का इसी पोस्ट पर एक जवान भी शहीद हो गया था। उसके बाद भी समय-समय पर इसी पोस्ट के समीप से अक्सर घुसपैठियों घुसपैठ करने के प्रयास करते रहे हैं। इस क्षेत्र में तरनाह नाला होने क कारण तारबंदी मजबूत नहीं रहती है। नाले में पानी रहने और ज्यादा बारिश के कारण तार कई बार नीचे से बह जाती है। जिसका घुसपैठिये लाभ उठाते हैं।