डोडा में आग लगने से दो घर, चार दुकानें जलीं, लोगों ने प्रदर्शन कर मांगा स्थायी फायर स्टेशन
गंदोह सब डिवीजन के अधीन आने वाले इस गांव में तड़के साढ़े चार बजे जब आग लगी तो क्षेत्र में हाहाकार मच गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी गंदोह फायर स्टेशन में दी।
डोडा, जेएनएन। जिला डोडा के कहारा गांव में शनिवार तड़के आगजनी की घटना पेश आई जिसमें दो मकान और चार दुकानें जलकर राख हो गए। गनीमत यह रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने गंदोह-ठाठरी मार्ग पर यातायात अवरूद्ध कर प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि क्षेत्र में स्थायी फायर स्टेशन न होने की वजह से समय रहते मदद नहीं मिल पाती जिस कारण लोगों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है।
गंदोह सब डिवीजन के अधीन आने वाले इस गांव में तड़के साढ़े चार बजे जब आग लगी तो क्षेत्र में हाहाकार मच गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी गंदोह फायर स्टेशन में दी। कई घंटों का फासला होने के कारण अग्निशमन दस्ते को पहुंचने में समय लग गया। इतनी देर में दो मकान व चार दुकानें जलकर राख हो गई। संकरी जगह में मकान व दुकानें होने के कारण भी आग पर काबू पाने में दिक्कतें पेश आई। वहीं एएसपी भद्रवाह राजेंद्र सिंह का कहना है कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। नुकसान का जायजा लेने के लिए पुलिस मौके पर मौजूद है। जिस संपत्ति को यह नुकसान हुआ है वह अब्दुल क्यूम भट्ट और शौकत खान की बताई जा रही हैं।
उधर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने घंटों ठाठरी-गंदोह मार्ग को बंद कर प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है जब फायर टेंडर की देरी के कारण इतना नुकसान हुआ है। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है लेकिन प्रशासन वहां पर स्थायी फायर स्टेशन नहीं बना रहा है। पिछले एक साल में बलेसा और काहरा में आगजनी की दर्जन भर घटनाएं पेश आ चुकी हैं जिनमें तीन बड़ी घटनाएं सिर्फ काहरा में ही घटी है।