Move to Jagran APP

चयनकर्ताओं को नजरअंदाज कर मनमर्जी से टीम में चुन रहे हैं खिलाड़ी

जम्मू, विकास अबरोल। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 23 Dec 2018 11:08 AM (IST)Updated: Sun, 23 Dec 2018 11:08 AM (IST)
चयनकर्ताओं को नजरअंदाज कर मनमर्जी से टीम में चुन रहे हैं खिलाड़ी
चयनकर्ताओं को नजरअंदाज कर मनमर्जी से टीम में चुन रहे हैं खिलाड़ी

जम्मू, विकास अबरोल। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। पहले इरफान पठान की विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम चयन में बढ़ती दखलंदाजी के के विराेध में तीन चयनकर्ताओं ने अपने पदों से त्यागपत्र दे दिया और अब अंडर-19 और अंडर-23 के चार चयनकर्ताओं में से एक चयनकर्ता अपनी मनमर्जी से टीम के खिलाड़ियों का चयन कर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है।

prime article banner

राज्य की अंडर-23 और अंडर-19 क्रिकेट टीम का चयन श्रीनगर और जम्मू से कुल चार चयनकर्ताओं के जिम्मे हैं। घरेलू क्रिकेट का सीजन शुरू होने से पहले दोनों टीमों के चयन में चारों चयनकर्ताओं शेख सज्जाद, फैयाज हजारी, शाहिद परवेज और सुरेन्द्र सिंह बागल की राय मांगी गई आैर सभी चयनकर्ताओं के आपसी सहमति बनने के उपरांत ही चयन सूची पर बाकायदा से चारों चयनकर्ताओं के हस्ताक्षर तक करवाए गए।

जेकेसीए के उच्चपदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले दो मुकाबलों तक तो सब कुछ ठीकठाक रहा लेकिन इसके उपरांत एक चयनकर्ता शाहिद परवेज ने जेेकेसीए के पदाधिकारियों की मिलीभगत से  तीन अन्य चयनकर्ताओं को विश्वास में लिए बिना ही टीम में नए खिलाड़ियों को शामिल करना शुरू कर दिया और टीम चयन में तीनों अन्य चयनकर्ताओं तक के हस्ताक्षर तक नहीं करवाए गए। टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की जगह ऐसे खिलाड़ियों को जगह दी गई जो मुकाबलों में खाता तक खोलने में कामयाब नहीं हो पाए। ऐसे में अन्य तीन चयनकर्ताओं को प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के भविष्य को ताक पर रखकर क्रिकेट के जानकारों से खरी खोटी सुनने पड़ रही है जिसमें लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं।

गौरतलब है कि गत अक्टूबर महीने में पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इरफान पठान द्वारा विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी के चयन में हस्तक्षेप करने से तंग आकर तीन वरिष्ठ चयनकर्ताओं ध्रुव महाजन, विद्या भास्कर और शाम स्वरूप कलसोत्रा ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इनके आरोप थे कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को नजरअंदाज करते हुए विजय हजारे ट्रॉफी के टीम चयन में जेकेसीए के मेंटर एवं खिलाड़ी इरफान पठान दखलंदाजी कर रहे हैं जो भविष्य के लिए उचित नहीं है। रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में अब तक खेले गए छह मुकाबलों में से जम्मू-कश्मीर को दो मुकाबलों में जीत हासिल हुई है। तीन मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा जबकि एक मुकाबला ड्रा रहा। अंडर-19 कूच बिहार क्रिकेट में जम्मू-कश्मीर ने चार मुकाबलों में से दो में जीत और दो में हार हासिल की है। कर्नल सीके नायडू क्रिकेट ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर ने अभी तक पांच मुकाबले खेले हैं। इनमें से किसी भी मुकाबले में टीम कोई कोई भी जीत हासिल नहीं हुई है जबकि तीन मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा और दो मुकाबले ड्रा रहे।

इस संबंध में जेकेसीए के चयनकर्ता परवेज अहमद ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। सभी चयनकर्ता इकट्ठे हैं और टीम चयन से पहले सभी की राय जरूर ली जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.