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Kashmir Situation: उमर से मिले डॉ फारूक अब्दुल्ला, एक घंटा एकांत में की बातचीत

उमर अब्दुल्ला इस समय उपजेल हरि निवास में नजरबंद हैं। इन सात महीनों में उमर की केवल तीन तस्वीरें सामने आई थी जिसमें वह चमकदार ग्रे दाढ़ी और झुर्रीदार चेहरे में नजर आए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 01:51 PM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 02:30 PM (IST)
Kashmir Situation: उमर से मिले डॉ फारूक अब्दुल्ला, एक घंटा एकांत में की बातचीत
Kashmir Situation: उमर से मिले डॉ फारूक अब्दुल्ला, एक घंटा एकांत में की बातचीत

श्रीनगर, जेएनएन। रिहाई के अगले दिन आज शनिवार को डॉ. फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर के उपजेल में अपने बेटे उमर अब्दुल्ला से मिले। आज सुबह डॉ फारूक अब्दुल्ला अपने घर से निकले और कुछ ही दूरी पर स्थित हरि निवास जिसे इन दिनों उपजेल घोषित किया गया है, में हिरासत में रखे गए उमर अब्दुल्ला से मिले। सूत्रों का कहना था कि सात महीने की हिरासत के बाद पहली बार मिले दोनों बाप-बेटा एक दूसरे को देखकर भावुक हो गए। दोनों ने एक दूसरे को गले लगा लिया।

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82 वर्षीय डॉ फारूक अब्दुल्ला ने रिहाई के बाद जम्मू-कश्मीर प्रबंधन से बेटे उमर अब्दुल्ला से मिलने की इजाजत मांगी थी, जो मंजूर कर ली गई। बताया जा रहा है कि दोनों ने करीब एक घंटे तक एकांत में बातचीत की और उसके बाद डॉ अब्दुल्ला वापस लौट गए। डॉ अब्दुल्ला के साथ उनकी पत्नी, बेटी भी थे। उमर अब्दुल्ला, जो 2000 में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में सबसे कम उम्र के मंत्री थे, को भी 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से हिरासत में लिया गया है।

उमर अब्दुल्ला इस समय उपजेल हरि निवास में नजरबंद हैं। इन सात महीनों में उमर की केवल तीन तस्वीरें सामने आई थी जिसमें वह चमकदार ग्रे दाढ़ी, और झुर्रीदार चेहरे में नजर आए। यही नहीं उन्होंने गत 10 मार्च को अपना 50वां जन्मदिन भी जेल में अकेले ही मनाया। हालांकि उनकी मां, बहनें और परिवार के कुछ अन्य सदस्य दोपहर में कुछ देर के लिए उनसे मिले थे। उमर की तरह पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी अभी तक हिरासत में हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि डॉ फारूक अब्दुल्ला की रिहाई के बाद अब जल्द ही इन दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी रिहा किया जा सकता है।

इसके बाद डाॅ अबदुल्ला ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। उन्होंने पार्टी के सदस्यों और समर्थकों से कहा कि इन 7 महीनों में उन्होंने अल्लाह को याद कर शांति पाई। “अल्लाह का रास्ता कठिन है और शैतान का रास्ता आसान है। आसान रास्ता चुनना आपको नरक में ले जाएगा।


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