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फारूक ने अपने घर पर पार्टी नेताओं की सिलसिलेवार बैठकें बुलाई, नजरबंदी पर नेकां ने चला सियासी दांव

फारूक ने अपने घर पर पार्टी नेताओं- की सिलसिलेवार बैठकें बुलाई वही नेता बुलाए जिनकी नजरबंदी से सरकार ने किया है इन्कार

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 08:56 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 08:56 AM (IST)
फारूक ने अपने घर पर पार्टी नेताओं की सिलसिलेवार बैठकें बुलाई, नजरबंदी पर नेकां ने चला सियासी दांव
फारूक ने अपने घर पर पार्टी नेताओं की सिलसिलेवार बैठकें बुलाई, नजरबंदी पर नेकां ने चला सियासी दांव

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। प्रदेश प्रशासन द्वारा उच्च न्यायालय में किसी भी नेता को हिरासत या नजरबंद रखे जाने से इन्कार को आधार बनाते हुए नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने नया सियासी दांव चला है। नेकां अध्यक्ष एवं सांसद फारूक अब्दुल्ला ने पार्टी नेताओं से सिलसिलेवार बैठकें करने का फैसला किया है। पहली बैठक वीरवार यानी आज होगी। शुरुआत में सिर्फ उन्हीं नेताओं के साथ बैठक होगी, जिनकी नजरबंदी और हिरासत में रखने की बात से प्रशासन ने उच्च न्यायालय में इन्कार किया है।

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कोविड-19 के चलते एहतियातन प्रत्येक बैठक में क्रमानुसार चार-चार नेता ही बुलाए जाएंगे। इस संबंध में पार्टी ने बुधवार को रणनीति बनाई है। दरअसल, नेकां चाहती है कि यदि पार्टी नेताओं को बैठक में शामिल होने से प्रशासन रोकता है तो वह अपनी बात साबित कर सके कि उनके नेताओं को अभी भी नजरबंद या हिरासत में रखा गया है।

पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू किए जाने के मद्देनजर उपजे हालात में प्रदेश प्रशासन ने नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी, पीपुल्स कांफ्रेंस, माकपा समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को एहतियातन हिरासत में लिया था। सिर्फ भाजपा के नेता ही बचे रहे। हालात में सुधार के आधार पर नेताओं को क्रमानुसार रिहा कर दिया, लेकिन इसके बाद कई को नजरबंद भी रखा गया था। इनमें नेशनल कांफ्रेंस के कई नेता भी शामिल थे।

फारूक और नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के 16 वरिष्ठ नेताओं को अवैध रूप से हिरासत या फिर घरों में नजरबंद रखे जाने का दावा कर उच्च न्यायालय में जून में दो याचिकाएं दायर की थीं। इस पर प्रदेश प्रशासन ने उच्च न्यायालय को बताया था कि किसी भी नेता को जबरन हिरासत या नजरबंद नहीं रखा गया है। यह सभी नेता संरक्षित व्यक्यिों की श्रेणी में हैं। इसलिए सुरक्षा मानकों के आधार पर कहीं भी आने-जाने को स्वतंत्र हैं। प्रशासन की दलील के आधार पर अदालत ने याचिकाएं खारिज कर दी थीं। अब नेकां ने प्रदेश प्रशासन द्वारा अदालत में किए गए दावे को सही मानते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकों का सिलसिला शुरू करने का फैसला किया है।

फारूक ने इस सिलसिले में पहली बैठक वीरवार को अपने निवास पर ही बुलाई है। उमर ने भी इसकी पुष्टि की है। आज इन नेताओं को बुलाया बैठक में :उमर ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश प्रशासन द्वारा उच्च न्यायालय में दी जानकारी को सही मानते हुए ही पार्टी प्रमुख ने शाम पांच बजे पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। इन नेताओं में अली मोहम्मद सागर, अब्दुल रहीम राथर, मोहम्मद शफी उड़ी और नासिर असलम वानी शामिल हैं। पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें होंगी, जो हिरासत में थे। प्रत्येक बैठक में सिर्फ चार नेताओं को बुलाया जाएगा। कोविड-19 प्रोटोकाल और सुरक्षा मानकों का पूरा पालन होगा


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