तापमान 30 डिग्री से ऊपर, किसानों में चिंता
जागरण संवाददाता जम्मू मौसम साजगार नहीं बन पाने के कारण स्ट्राबेरी की खेती की तैयारियां थम
जागरण संवाददाता, जम्मू : मौसम साजगार नहीं बन पाने के कारण स्ट्राबेरी की खेती की तैयारियां थम गई हैं। 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होने के कारण पौधे के खराब होने का डर बना रहता है। इसलिए किसान जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि इन दिनों अब किसान न ही पौधे मंगवा पा हैं और न ही पौधे लगाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। इससे खेती में देरी हो रही है। वैसे आमतौर पर इन दिनों किसान स्ट्राबेरी के पौधे लगाने का क्रम आरंभ कर देते हैं। अभी लगाई गई स्ट्राबेरी मध्य फरवरी में तैयार हो जाती है और गर्मी का मौसम आने से पहले पहले किसानों को अच्छी कमाई करा जाती है। खेती में जितनी देरी होगी , किसानों का मुनाफा उतना घटता जाएगा।
इस बार तापमान ज्यादा है। इसलिए किसान इस खेती में हाथ नहीं डाल पा रहे। स्ट्राबेरी की खेती के लिए आमतौर पर 25 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान चाहिए, मगर दिन का अधिकतम तापमान अभी भी 31 डिग्री को पार कर रहा है। इस बार सरकार की ओर से भी सहायता
जम्मू, सांबा, कठुआ जिले में इस बार बड़े पैमाने पर स्ट्राबेरी की खेती करने के लिए किसान तैयार बैठे हैं। इन जिलों से ही सौ के करीब किसान स्ट्राबेरी लगाने के लिए आगे आए हैं। इसका कारण यह कि स्ट्राबेरी की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा दे जाती है। वहीं, दूसरी ओर इस बार बागवानी विभाग ने भी किसानों के लिए राह आसान बनाई है। एक कनाल स्ट्राबेरी की खेती करने के लिए बागवानी विभाग किसान को 13 हजार रुपए की सब्सिडी दिला रहा है। इससे किसानों का रुझान की इस खेती की ओर बना है। सरोर के किसान बिट्टू राम ने बताया कि वह भी इस बार खेती के लिए योजना बना रहे हैं लेकिन अभी तापमान ज्यादा है।