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Jammu: नहर का पानी नहीं मिलने से मढ़ के दर्जन भर गांवों के किसान परेशान, फसल होगी प्रभावित

अब किसानों की चिंता है कि खेती कैसे बचेगी। चट्ठा गुजरा गांव के किसान शक्ति कुमार ने कहा कि बुरा होल है। फसलें सूख रही हैं। सब्जी की खेती को बचाना मुश्किल हो रहा है। अब संकट यह है कि धान की रोपाई कैसे हो पाएगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 11:57 AM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 01:04 PM (IST)
Jammu: नहर का पानी नहीं मिलने से मढ़ के दर्जन भर गांवों के किसान परेशान, फसल होगी प्रभावित
अब संकट यह है कि धान की रोपाई कैसे हो पाएगी। धान के लिए काफी पानी चाहिए होता है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: मढ़ ब्लाक के दर्जन भर गांवों में नहर का पानी नही पहुंचने से किसान मुश्किल में आ गए हैं। धान की खेती के लिए पनीरी लगाना उनके लिए मुश्किल बन आया है तो वहीं दूसरी ओर लगाई गई सब्जियां सूखने लगी हैं। नहर में चिनाब नदी का पानी उतरता है।

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मगर इस बार ढंग से सफाई नही होने का ही नतीजा है कि ललेयाल , ललेयाल कैंप,मखेयाल,चट्ठा, गलबड्डे, करलूप, गजनसू क्षेत्र के किसान नहरी पानी से दूर हो गए हैं। दरअसल रणबीर नहर से ही अखनूर रोड़ पर सुआ नंबर एक से सहायक अलग हो जाती है। ललेयाल में यह दो हिस्सों में बंट जाती है।

एक हिस्सा जो ललेआल से गलबड्डे की ओर जाता है, के हिस्सा इन दिनों सूखा हुआ है। नहर के इस टुकड़े की ढंग से सफाई ही नही हो पाई। ऐसे में अब यहां पर पानी नही आ रहा। सिंचाई विभाग ने तो बैसाखी के त्योहार पर नहरों में पानी छोड़ दिया था लेकिन इस बेल्ट के लोगों को पानी मिला ही नही।

अब किसानों की चिंता है कि खेती कैसे बचेगी। चट्ठा गुजरा गांव के किसान शक्ति कुमार ने कहा कि बुरा होल है। फसलें सूख रही हैं। सब्जी की खेती को बचाना मुश्किल हो रहा है। अब संकट यह है कि धान की रोपाई कैसे हो पाएगी। क्योंकि धान के लिए काफी पानी किसानों को चाहिए होता है।

गांव के लोगों का कहना है कि कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों से गुजारिश की गई कि मसले का हल निकाला जाए लेकिन कोई सुनवाई नही हो पाई है। अब क्षेत्र के किसान अपनी गुहार जम्मू कश्मीर किसान सलाहकार बोर्ड के समक्ष लगाएंगे ताकि शीघ्र से शीघ्र लोगों को नहरी पानी प्राप्त हो सके। 


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