अधिग्रहित भूमि का नहीं मिला दाम, किसानों ने रोका रिंग रोड का काम
किसानों की रिंग रोड संघर्ष समिति ने फैसला किया है कि विजयपुर के राया मोड़ से नगरोटा तक बनने वाले रिंग रोड का जहां-जहां काम चल रहा है, वहां पर किसान विरोध प्रदर्शन करेंगे।
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : किसानों ने गांव गाजियां में जारी रिंग रोड के काम को रुकवा दिया है। रिंग रोड संघर्ष समिति का कहना है कि सरकार ने उनकी कृषि योग्य भूमि परियोजना के लिए अधिग्रहित कर ली है, लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं दिया है। किसानों ने संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदर्शन भी किया।
रिंग रोड संघर्ष समिति के सदस्यों में कामरेड ओम प्रकाश खजूरिया, सेवा राम, हरबंस सिंह, गुलाब सिंह, पवन शर्मा और रमेश कुमार के साथ अन्य प्रर्दशनकारियों ने कहा कि राज्य सरकार ने रिंग रोड के लिए किसानों की कृषि जमीन अधिग्रहित कर ली है। मगर अभी तक किसानों को इसका मुआवजा जारी नहीं किया गया। किसानों को केवल आश्वासन ही दिए जा रहे हैं। इसके कारण किसानों को प्रदर्शन कर काम रुकवाना पड़ा है।
किसानों की आय और रोजी रोटी का साधन जमीन को अधिग्रहित करने के बाद भी मुआवजा न देना किसानों के साथ भद्दा मजाक है। सरकार व प्रशासन मामले को संजीदगी से नहीं ले रही है। मगर अब किसान चुप नहीं बैठेंगे। कामरेड ओम प्रकाश खजूरिया ने कहा कि किसानों की रिंग रोड संघर्ष समिति ने फैसला किया है कि विजयपुर के राया मोड़ से नगरोटा तक बनने वाले रिंग रोड का जहां-जहां काम चल रहा है, वहां पर किसान विरोध प्रदर्शन करेंगे। अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला है, जबकि काम शुरू हो गया है।
समिति के सदस्यों ने कहा कि वे रिंग रोड बनाने के खिलाफ नहीं है। मगर किसानों के साथ इंसाफ करने के लिए सरकार को जल्द भूमि का मुआवजा जारी करना चाहिए। जम्मू संभाग के सभी प्रभावित किसान एकजुट हो गए हैं। जल्द विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिलता रोड का काम नहीं करने दिया जाएगा। इस मौके पर प्रदर्शन में अन्य कई किसान भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास
इसी वर्ष 19 मई को प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी ने जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में जम्मू रिंग रोड का शिलान्यास किया था। इसके बाद 21 मई को राज्य की तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने विजयपुर के राया मोड़ में जाकर रिंग रोड के निर्माण के लिए नींव पत्थर रखा था। अगर रिंग रोड बन जाता है तो जम्मू शहर में बढ़ती जनसंख्या और बढ़ रहे ट्रैफिक बोझ को कम करने में अहम साबित होगा। जम्मू में कुंजवानी बाई पास से नगरोटा की तरफ गाड़िया कटड़ा, श्रीनगर जाती हैं, लेकिन पुंछ, राजौरी और अखनूर की ओर जाने वाली गाड़िया शहर से होकर गुजरती है। इस कारण कई बार जाम की समस्या पैदा हो जाती है। रिंग रोड बनने से गाड़िया जम्मू शहर के बाहर से ही निकल जाएंगी। जम्मू रिंग रोड एक अहम प्रोजेक्ट है, जिससे जम्मू- पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बोझ कम होगा।
राया मोड़ से जगटी तक है रिंग रोड
- 58.25 किलोमीटर है कुल लंबाई
- 2023.87 करोड़ रुपये का हैप्रोजेक्ट
- 22 छोटे और 08 बड़े पुल बनेंगे
- 06 फ्लाईओवर भी बनेंगे रिंग रोड पर
- 31 कनाल क्रासिंग
- 14.46 किलोमीटर लंबा होगा सर्विस लेन