Jammu: पानी की कमी से दरक रहे अन्नदाता के खेत, सिंचाई के लिए नहर का पानी भी नहीं मिल रहा
किसान बीडीसी अध्यक्ष रामगढ़ दर्शन सिंह काला का कहना था कि नहर के पानी की समस्या कई वर्ष से बनी हुई है लेकिन सिंचाई विभाग कुछ नहीं कर रही है। ऐसे में क्षेत्र में नहर होने के बाद भी किसान बारिश के पानी पर निर्भर हैं।
संवाद सहयोगी, रामगढ़, आरएसपुरा : नहर का पानी नहीं मिलने और बारिश नहीं होने से रामगढ़ और आरएसपुरा के कई सीमावर्ती गांवों में किसानों के खेत दरकने लगे हैं। सब सेक्टर रामगढ़ में कई किसानों ने धान की पनीरी की रोपाई कर दी है, लेकिन सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से अब खेत में जगह-जगह जमीन फटने लगी है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
किसानों का कहना है कि यदि जल्द बारिश नहीं हुई तो उनकी पूरी मेहनत बर्बाद हो जाएगी। रामगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में किसानों के खेतों को सींचने वाली डी-9 और रावी तवी नहर में पानी नहीं आ रहा है। इसके लिए कई बार किसान प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है।
किसानों का कहना है कि सरकार ने मुख्य नहरों की सफाई करवाने पर ही जोर दिया है, जबकि सहयोगी नहरों में सफाई ही नहीं हुई है। इससे रामगढ़ के सीमावर्ती गांवों नंदपुर, चक छटाका, खोड़-सलारियां, मराजपुर, दग, जेरडा, नंदपुर टिब्बा, चक-बलोत्रां, छावनी, अबताल आदि में नहर का पानी नहीं पहुंच रहा है। जिन किसानों के पास सिंचाई के लिए पंपसेट हैं, वे भी बिजली कटौती होने से काम में नहीं आ पा रहे हैं। इससे किसानों में सिंचाई विभाग और बिजली विभाग के प्रति भारी रोष है। यही हाल आरएसपुरा के सीमावर्ती गांवों का भी है।
कई बार ग्रामीण प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नहर होने पर भी बारिश पर निर्भर हैं किसान बीडीसी अध्यक्ष रामगढ़ दर्शन सिंह काला का कहना था कि नहर के पानी की समस्या कई वर्ष से बनी हुई है, लेकिन सिंचाई विभाग कुछ नहीं कर रही है। ऐसे में क्षेत्र में नहर होने के बाद भी किसान बारिश के पानी पर निर्भर हैं। उन्होंने उपराज्यपाल से किसानों के खेतों तब नहर का पानी पहुंचाने के लिए खुद समस्या का संज्ञान लेने की मांग की।
इसी तरह क्षेत्र के किसान हरविंदर सिंह संधु, रूपचंद, मोहन सिंह, सतपाल, बिशनदास आदि ने कहा कि वे अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगाकर थक चुके हैं। खेती से ही वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाते हैं। इसलिए उपराज्यपाल को किसानों की समस्या का समाधान करना चाहिए।