कोरोना मृतकों के शव शास्त्री नगर श्मशानघाट भेजने पर जताया रोष
जागरण संवाददाता जम्मू कोरोना मृतकों के शव शास्त्री नगर श्मशानघाट भेजने पर स्थानीय लोग
जागरण संवाददाता, जम्मू : कोरोना मृतकों के शव शास्त्री नगर श्मशानघाट भेजने पर स्थानीय लोगों ने रोष जताया है। शास्त्री नगर श्मशानघाट कमेटी के चेयरमैन बलविद्र सिंह, समाज सेवक कुलवंत सिंह भट्टी समेत अन्य स्थानीय लोगों ने कहा कि शनिवार रात आरएसपुरा के एसडीएम ने उन्हें जिला प्रशासन की तरफ से फोन कर सिंबल कैंप से संबंधित कोविड-19 से मरे व्यक्ति के शव के संस्कार करने के लिए कहा। बलविद्र ने उन्हें यह कहते हुए मना कर दिया कि कमेटी सदस्यों प्रधान लालमन खजूरिया, चंद्रउदय शर्मा, सुरेश सेठी, भरत शर्मा, जय दीप ने फैसला किया है कि किसी भी कोविड-19 से मरने वाले के संस्कार से नहीं रोका जाएगा। शर्त यह है कि मृतक क्षेत्र का रहने वाला हो। बाहर के रहने वाले का संस्कार यहां नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं। पहले ही हमने दो कोविड-19 शवों का संस्कार यहां किया। उन्होंने कहा कि हमने उपराज्यपाल जीसी मुर्मू, मुख्य सचिव, जम्मू के डिवीनजल कमिश्नर, कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉ. भूपेंद्र कुमार को लिखा कि वे लोगों को जागरूक करें कि कोविड-19 के शव से कोरोना नहीं फैलता। इससे लोगों में कोविड-19 से मरने वालों का संस्कार करने में दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जम्मू में तीन बार ऐसा हो चुका है कि शव जलाने नहीं दिए गए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी लिखा कि प्रशासन व्यवस्था करने व निर्णय लेने में विफल रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि मुख्य न्यायाधीश जल्द राज्य प्रशासन को इस संबंध में आदेश देंगे। उन्होंने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन का मकसद जिला प्रशासन को नींद से जगाना है। इसलिए शास्त्री नगर श्मशानघाट कमेटी प्रशासन से अपील करती है कि डब्ल्यूएचओ के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए संबंधित श्मशानघाटों में ही कोविड-19 से मरने वालों के संस्कार के संबंध में आदेश जारी करे।