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एनसीसी कैटेट और एनएसएस वालंटयर्स को अंगदान की अहमियम समझाई, कई ने भरे शपथपत्र

एनसीसी कैटेट और एनएसएस वालंटयर्स को यह अंगदान करने की कानूनी प्रक्रिया के बारे में भी समझाया गया। इस कार्यक्रम में कई प्रतिभागियों ने अंगदान के लिए शपथ पत्र भी भरे। कार्यक्रम में जीजीएम साइंस कालेज के प्रिंसिपल डॉ. रविंदर टिक्कू ने भी अंगदान की जरूरत पर प्रकाश डाला।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Thu, 23 Dec 2021 04:26 PM (IST)Updated: Thu, 23 Dec 2021 04:26 PM (IST)
एनसीसी कैटेट और एनएसएस वालंटयर्स को अंगदान की अहमियम समझाई, कई ने भरे शपथपत्र
अंग उपलब्धता और अंग की आवश्यकता के अंतर को केवल अंग दान करने से ही पाटा जा सकता है।

जम्मू, जेएनएन : राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) ने गोवर्नमेंट गांधी मेमोरियल (GGM) साइंस कॉलेज जम्मू के सहयोग से वीरवार को अंगदान की आवश्यकता विषय पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कालेज के करीब एक सौ एनसीसी कैडेट और एनएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इस दौरान उन्हें कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में अवगत कराया गया। उन्हें समझाया गया कि अंगदान क्यों करना चाहिए। कोई व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की कीमती जीवन को कैसे बचा सकता है।

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जागरूकता कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैटेट और एनएसएस वालंटयर्स को यह अंगदान करने की कानूनी प्रक्रिया के बारे में भी समझाया गया। इस कार्यक्रम में कई प्रतिभागियों ने अंगदान के लिए शपथ पत्र भी भरे। कार्यक्रम में जीजीएम साइंस कालेज के प्रिंसिपल डॉ. रविंदर टिक्कू ने भी अंगदान की जरूरत पर प्रकाश डाला। उन्होंने अंगदान करने के प्रति डर को दूर किया और कहा कि जागरूकता कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र और छात्राएं दस-दस लोगों को समझाएं उन्हें अंगदान के प्रति प्रेरित करें।

राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन के संयुक्त निदेशक डा. संजीव पुरी ने कहा कि मृत्यु और अंगदान की दर में सुधार करने की आवश्यकता है। सरकार ने कुछ सकारात्मक कदम उठाए हैं। हालांकि, इसके बारे में जन जागरूकता पैदा करने के लिए नागरिकों, धार्मिक नेताओं और अन्य हितधारकों के समन्वित प्रयासों और उनके जुड़ाव की आवश्यकता है। अंगदान के प्रति लोगों की भ्रांतियां दूर करने की जरूरत है। वहीं संगठन के ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर डा. इरफान लोन ने कहा कि अंग उपलब्धता और अंग की आवश्यकता के अंतर को केवल अंग दान करने से ही पाटा जा सकता है।

कम्प्यूटर साइंस विभाग की प्रमुख डा. अंजना शर्मा ने विद्यार्थियों को अंगदान का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया, ताकि किसी की जिंदगी और किसी के घर में खुशियां भरी जा सके। इस मौके पर कंप्यूटर विज्ञान विभाग की प्रो. पिंकी चंदवाल, भी मौजूद रहीं। इस दौरान अंगदान की आवश्यकता के प्रति जागरूक करने वाला एक नाटक भी प्रस्तुत किया गया। पूरे कार्यक्रम का संचालन विभाग की प्रो. मीना गुप्ता ने किया। जबकि मौके पर इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग से डा. दीपिका जामवाल, इलेक्ट्रॉनिक्स के अंशु शर्मा, संगठन की निशा कुमारी आदि मौजूद रहे।


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