Jammu Lockdown 4: विषयों के माहिर शिक्षकों के लेक्चर वाट्सएप-टेलीग्राम ग्रुप में किए जाएंगे अपलोड
ई-कंटेंट पाठ्यक्रम के हिसाब से होंगे। प्रत्येक लेक्चर से पहले चैप्टर का नाम टॉपिक बताया जाएगा इसे तैयार करने के लिए विशेषज्ञ बोर्ड की वेबसाइट से ई-टेक्स्ट बुक की मदद ले सकते हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता : कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब वालंटियर्स शिक्षक भी मैदान में उतरने जा रहे हैं। विभिन्न विषयों के यह प्रशिक्षित शिक्षक अपने-अपने विषयों के वीडियो लेक्चर तैयार कर उसे डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन को भेजेंगे जहां उनके कंटेंट की जांच के बाद लेक्चर्स को शिक्षा निदेशालय अपने वाट्सएप ग्रुप और टेलीग्राम ग्रुप में अपलोड करेंगे।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। दो महीने से शिक्षण संस्थान बंद हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन शिक्षा को शुरू किया है। बच्चों को और बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो, इसको देखते हुए डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन जम्मू ने प्रशिक्षित शिक्षकों को वालंटियर्स सेवा देने के लिए आमंत्रित किया है। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन जम्मू अनुराधा गुप्ता के अनुसार उनका ऑनलाइन एजुकेशन कार्यक्रम बहुत बेहतर चल रहा है। इसे और अधिक बेहतर बनाने के लिए अब प्रशिक्षित वालंटियर्स शिक्षकों की मदद ली जा रही है।
ये शिक्षक अपने-अपने विषय का लेक्चर तैयार करेंगे जिसे डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन के वाट्स ग्रुप और टेलीग्राम ग्रुप में अपलोड कर दिया जाएगा। वीडियो को अपलोड करने से पहले उसकी स्क्रीनिंग की जाएगी और बेहतर कंटेंट होने के बाद ही उसे आगे बच्चों तक पहुंचाया जाएगा। वीडियो बनाने वाले शिक्षकों को हिदायत दी गई है कि वे आसान भाषा हिंदी या उर्दू में अपनी बात बच्चों के सामने रखें। यह ई-कंटेंट पाठ्यक्रम के हिसाब से होंगे और प्रत्येक लेक्चर से पहले चैप्टर का नाम, टॉपिक बताया जाएगा और इसे तैयार करने के लिए विशेषज्ञ बोर्ड की वेबसाइट से ई-टेक्स्ट बुक की मदद ले सकते हैं।
- ऑनलाइन शिक्षा का लाभ बच्चे पूरी तरह से उठा रहे हैं। अभी तक उनके साथ पूरे जम्मू संभाग से 231 शिक्षक जुड़ चुके हैं। मंगलवार, 26 मई से प्रक्रिया को पूरा कर इन वालंटियर्स शिक्षक के लेक्चर भी बच्चों को मिलना शुरू हो जाएंगे। कोशिश होगी कि इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ बच्चों को मिले। - अनुराधा गुप्ता, डायरेक्टर, स्कूल एजुकेशन, जम्मू
- विशेषज्ञ शिक्षकों की सेवा लेने से शिक्षा में बेहतरी आएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि इन विशेषज्ञ शिक्षकों के वीडियो कंटेंट की जांच शिक्षा विभाग के विशेषज्ञ करेंगे। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि जो अंतिम लेक्चर बच्चों तक पहुंचेगा, वह किस गुणवता का होगा। इस ऑनलाइन शिक्षा ने सरकारी स्कूलों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का काम किया है। आने वाले दिनों में सरकारी स्कूलों के बच्चे भी प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के मुकाबले होशियार होंगे। शिक्षा की बेहतरी के लिए यह एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। ई-कंटेंट अपलोड होने के बाद मिलेगा लाभ। - कुलदीप सिंह बंदराल, प्रांतीय प्रधान, टीचर्स फोरम